कोरोना वायरस से लड़ने के लिए अपनी डाइट में इन एंटी-वायरल चीजों को करें शामिल

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कोरोना वायरस का संक्रमण ने पूरी दुनिया को आतंकित कर रखा है। इससे मरने वालों की संख्या 6 हजार से ज्यादा हो गई है। वहीं, वायरस से अब तक 1,69,385 लोग संक्रमित हैं, वहीं भारत में इससे 116 लोग संक्रमित पाएं गए हैं, जिसमें 93 भारतीय और 17 विदेशी नागरिक शामिल हैं।

हालांकि इस बीमारी से कई लोग का सफल इलाज भी हो चुका है परंतु कोरोना वायरस की रोकथाम एवं उपचार के लिए कोई कारगर दवा या वैक्सीन नहीं है। ऐसे में सोशल मीडिया पर फैल रहे अफवाहों पर ध्यान न दें।

इस वायरस को मात देनी है तो अपनी सेहत पर विशेष ध्यान देना होगा। अपनी डाइट में इम्यून सिस्टम को मज़बूत करने वाला फूड शामिल करें। हम आपको उन एंटी वायरल फूड के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनके सेवन से आपका इम्यून सिस्टम मज़बूत होगा।

तो आइए जानते हैं, कौनसे आहार अपनी डाइट में शामिल करें —

दही को करें शामिल

राष्ट्रीय बायोटेक्नोलॉजी इंफोर्मेशन केंद्र द्वारा किए गए एक शोध के अनुसार दही के सेवन से ऊपरी श्वसन तंत्र संक्रमण (RTIs) का प्रभाव कम होने लगता है। यह उन बच्चों के लिए रामबाण है जिनका रोगप्रतिरोधक क्षमता कमजोर है। इससे बदलते मौसम में होने वाली बीमारियों से आप निजात पा सकते हैं।

मशरूम

मशरूम में बीटा-ग्लूकन्स की मात्रा से भरपूर होती है जो एंटीवायरल और एंटीबैक्टीरियल के नाम से भी जाना जाता है। यह न केवल आपकी रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ता है और कई बीमारियों से छुटकारा दिलाता है। आप शिटेक मशरूम को नारयिल तेल में पकाकर खा सकते हैं।

लहसुन

इसमें एलिसिन (Allicin) पाया जाता है, जिसके सेवन से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। आप लहसुन की दो कली को रोज़ाना गर्म पानी के साथ लें। इसके साथ ही आप चाहे तो लहसुन की कली का सूप बनाकर भी पी सकते हैं। इसके सेवन से आप तमाम तरह के वायरल इंफेक्शन और वायरस संक्रमण से बच सकते हैं।

दाल-चीनी

यह खूशबूदार मसाला न केवल आपके ज़ायके का स्वाद बढ़ाता है बल्कि बल्ड प्रेशर को नियंत्रित करता है। साथ ही शरीर को वायरल इंफेक्शन से बचाता है। टूरो कॉलेज न्यूयॉर्क के एक रिसर्च से खुलासा हुआ है कि दाल-चीनी में एंटी-वायरल गुण पाए जाते हैं।

कैसे करें सेवन

इसके लिए आप दाल-चीनी एक टुकड़े को पानी में डालकर रात भर के लिए छोड़ दें। अगली सुबह इस पानी का सेवन करें। इसके साथ ही आप एक चुटकी दाल-चीनी को चाय या काफी में डालकर भी स्वाद बढ़ा सकते हैं और दाल-चीनी का नियमित रूप से सेवन कर सकते हैं।

मूलेठी

चीन में बड़ी मात्रा में इसका इस्तेमाल प्राचीन औषधि के रूप में की जाती है।राष्ट्रीय बायोटेक्नोलॉजी इंफोर्मेशन केंद्र (NCBI) के अनुसार मूलेठी का इस्तेमाल इसकी एंटी-वायरल, एंटी-माइक्रोबियल, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-ट्यूमर गुणों की वजह से किया जाता है।

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