इमरान खान की गिरफ्तारी से पाकिस्तान में हालात बेकाबू, झड़पों में 47 लोगों की मौत

Views : 754  |  3 minutes read

पाकिस्‍तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्‍तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी (पीटीआई) के अध्‍यक्ष इमरान खान को भ्रष्टाचार के एक मामले में सुनवाई के दौरान इस्लामाबाद हाईकोर्ट से गिरफ्तार कर लिया गया। पूर्व पीएम इमरान खान की गिरफ्तारी को लेकर देशव्यापी हिंसक विरोध के बीच झड़पों में अब तक 47 लोगों की मौत हो गई है। अल-कादिर ट्रस्ट मामले में इमरान खान को नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो की 8 दिनों की रिमांड मंजूर कर दी गई है। वहीं, पीएमओ में हाई लेवल मीटिंग में मुल्‍‍‍क में इमरजेंसी लगाने पर चर्चा हो रही है। पूर्व पीएम की गिरफ्तारी के बाद लाहौर और पेशावर में हालात बेकाबू हो गए हैं। पेशावर में सुरक्षा बलों की फायरिंग से 14 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है, जबकि कई घायल हैं। सुरक्षा बलों की फायरिंग के बाद शव सड़क पर पड़े हुए हैं।

सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के फैसले को सही ठहराया

उधर, पाकिस्‍तान के सुप्रीम कोर्ट ने इमरान खान की गिरफ्तारी को लेकर हाईकोर्ट के दिए गए फैसले को सही ठहराते हुए अर्जी को खारिज कर दिया है। इधर, पंजाब में पाकिस्‍तान सेना की तैनाती कर दी गई है। भ्रष्टाचार के अल-कादिर ट्रस्ट मामले में मंगलवार को नाटकीय रूप से गिरफ्तार किए गए पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को देश की भ्रष्टाचार रोधी एजेंसी ने सुनवाई के लिए अदालत में पेश किया। यहां इमरान खान ने कहा कि मेरा वारंट दूसरी संस्था से आया है। मुझे डर है कि मेरे साथ गंदे दिमाग से व्यवहार किया जाएगा।

इमरान खान को दोबारा कोर्ट में पेश किए जाने के दौरान NAB की तरफ से कहा गया कि गिरफ्तारी के उन्‍हें वक्‍त वारंट दिया गया था। जानकारी के मुताबिक, पीटीआई प्रमुख इमरान को भी एनएबी के कार्यालय से देर रात किसी अज्ञात स्थान पर स्थानांतरित कर दिया गया। पीटीआई नेता फवाद चौधरी ने एक सूची जारी की है, जिसमें उन्होंने कहा कि देश में अलग-अलग जगह झड़पों में 47 से अधिक पार्टी कार्यकर्ता मारे गए हैं।

पाकिस्तान में घटनाक्रम पर करीब से नजर रख रहा भारत

खबरों के मुताबिक, पाकिस्तान में तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए भारत हर घटनाक्रम पर करीब से नजर रख रहा है। जनता को इतनी आसानी से दंगे करने देना चिंताजनक है और खासकर कोर कमांडर के घर में ऐसा होना चिंताजनक है। पाकिस्तान के दक्षिण पंजाब में लश्कर और जैश के लाखों कैडर इस नाजुक स्थिति का फायदा उठा सकते हैं, क्योंकि वे हथियारों से लैस हैं। जानकारी के मुताबिक, भारतीय सीमा अभी कड़ी निगरानी में है। स्थिति नियंत्रण में है। बताया जा रहा है कि सीमा के दूसरी तरफ पाकिस्तान परेशानी पैदा कर रहा है। अब यह स्थिति क्षेत्रीय सुरक्षा को प्रभावित करने वाली है।

Read: सआदत हसन मंटो ने AIR के डायरेक्टर से झगड़ा होने के बाद छोड़ दी थी नौकरी

COMMENT