कहीं आप में भी खून की कमी तो नहीं, एक बार यहां पढ़ लें ए टु जेड डिटेल

Views : 6161  |  0 minutes read

आपको दिन भर आलस आते हैं और थकान महसूस होती है और कई ऐसे मौके आए होंगे जब आपका मन किसी भी काम को करने में नहीं लगा होगा। इसके कई कारण हो सकते हैं जिनमें खून की कमी बड़ा कारण हो सकती है। आपका शरीर जरूरत के अनुसार लौह तत्व यानी आयरन नहीं ले पा रहा हो, तो यह आपकी पूरी सेहत पर असर डालता है। इससे एनिमिया की शिकायत हो सकती है जो खून की कमी के कारण होता है।

रक्त यानि खून से तो सब परिचित है, क्योंकि यह हमारे शरीर में ऑक्सीजन व पोषक तत्वों की आपूर्ति करता है यानि प्राण वायु के साथ पोषक तत्वों को शरीर के विभिन्न अंगों तक पहुंचाता है। जिससे हमें कार्य करने के लिए ऊर्जा मिलती है। खून में पाया जाने वाला हीमोग्लोबिन ऑक्सीजन को शरीर के प्रत्येक अंग तक ले जाता है। यदि इसकी कमी शरीर में होती है तो हमें कई रोग हो सकते हैं।

हीमोग्लोबिन क्यों जरूरी है?
हीमोग्लोबिन रक्त की कोशिकाओं में पाया जाने वाला आयरन या लौह युक्त प्रोटीन है। जो हमारे शरीर के अलग-अलग अंगों तक ऑक्सीजन पहुंचाने का कार्य करता है। यह प्रक्रिया पूरे शरीर के अंगों को कार्य करने के लिए बहुत जरूरी है। वास्तव में हीमोग्लोबिन फेफड़ों द्वारा ग्रहण की गई ऑक्सीजन लेकर इसे रक्त के जरिए पूरे शरीर में पहुंचाता है।

साथ ही यह कार्बन डाइऑक्साइड को लेकर फेफड़ों से सांस के द्वारा बाहर निकाल देता है। अगर आपका शरीर जरूरत के अनुसार आयरन नहीं ले रहा है तो यह आपकी पूरी सेहत पर असर डालता है।

शरीर को नियमित रूप से पोषक तत्वों की जरूरत होती है। इन्हीं जरूरी पोषक तत्वों में से एक है आयरन। शरीर को आयरन की जरूरत हीमोग्लोबिन बनाने में होती है। इससे एनिमिया की शिकायत हो सकती है।

एनिमिया के लक्षण
आलस
चक्कर आना
सिरदर्द होना
चिड़चिड़ापन
सांस फूलना
घबराहट
थकान व कमजोरी महसूस होना

शरीर सही तरह से काम कर सके इसके लिए यह जरूरी है कि हीमोग्लोबिन के सामान्य स्तर को बनाए रखा जाए।

शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा

शिशु में Hb की मात्रा 10.0 से 14 g/dl
6 से 12 साल तक के बच्चों में भ्इ की मात्रा 11.5 से 15.5 g/dl

12 से 18 साल के बालकों में Hb की मात्रा 13 से 16 g/dl
व्यस्क पुरुषों में हीमोग्लोबिन की मात्रा 14 से 17.7 g/dl

महिलाओं में Hb 12 से 15 g/dl
12 से 18 साल की बालिकाओं में Hb की मात्रा 12.0 से 16 g/dl

हीमोग्लोबिन बढ़ाने के उपाय

आयरन से भरपूर आहार लें
रक्त में लौह तत्व की कमी को पूरा करने के लिए अपने भोजन में हरी पत्तेदार सब्जियों को शामिल करें। इनमें ब्रॉकली, पालक, केल, टर्पिन ग्रीन्स, कॉलर्ड, एसपारागर, मशरूम, आलू को छिलके के साथ खाएं। ये सब्जियां शरीर में लौह तत्व को बढ़ाने में मदद करती है।

भोजन में फल और ड्राई फ्रूट्स भी लें। इनमें खजूर, एप्रिकॉट्स, बेरी, तरबूज, अनार, किशमिश और ब्लेकबेरीज शामिल हैं।

ये करें शामिल

शाकाहारी
पालक, टोफू, शतावरी, ब्रोकली, मटर, टमाटर, बेल मिर्च, फूलगोभी, आलू, मेथी के पत्ते, बीन्स

फल
चुकंदर, अनार, तरबूज, सेब, खुबानी, संतरा, स्ट्रॉबेरी, पपीता, अंगूर फल, केला, आड़ू, ख़रबूज़े, शहतूत, अमरूद, लीची, कीवी.

मांसाहारी
अंडा, चिकन, वलेजमते, मांस, समुद्री भोजन, लीन मांस

अन्य
खजूर, बादाम, आंवला, किशमिश, प्रॉन्स, कद्दू के बीज, सूखे बीन्स, गेहू, अंकुरित मूंगफली, कोलोकैसिया के पत्ते, सोयाबीन, फलियां (सोया नट्स, लाल सेम, छोला, काली बीन्स), दाल, फवा बीन्स, स्टार्च और अनाज, ब्राउन राइस, डार्क चॉकलेट, साबुत अनाज, दही, दाल, राजमा, तिल।

प्रतिदिन कितना आवश्यक है आयरन
शरीर के लिए भोजन में प्रतिदिन आयरन की कितनी मात्रा आवश्यक है यह आयु, लिंग, उनके वनज और अन्य कारकों पर निर्भर करती है। आम तौर पर यह माना जाता है कि व्यस्क पुरुषों को 8 g/dl और 18 से 50 साल की उम्र की महिलाओं के लिए यह 19 g/dl हर रोज चाहिए होता है।

जब भी हीमोग्लोबिन का स्तर गिरता है, तो यह कमजोरी, चक्कर आना, सिरदर्द जैसी समस्याओं को पैदा कर सकता है।

यह अच्छा है अगर आप विटामिन सी और आयरन को साथ-साथ लेते हैं।

फोलिक एसिड की भरपूर मात्रा लें

जब शरीर में फोलिक एसिड की कमी होती है तो शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर गिरने लगता है। इसलिए अगर आप चाहते हैं कि हीमोग्लोबिन का स्तर सही बना रहे तो आपको खाने में ऐसे आहारों को शामिल करना होगा जो फोलिक एसिड से भरपूर हों। इनमें आप दाल, बंदगोभी, ब्रोकली, बादाम, चावल, पत्तेदार हरी सब्जियां, अंकुरित गेहूं, मटर और केले को शामिल कर सकते हैं।

हीमोग्लोबिन का स्तर सही बनाए रखना है तो आपको खाने में ऐसे आहारों को शामिल करना होगा जो फोलिक एसिड से भरपूर हों।

एक सेब या अनार रोज खाएं
अगर आप आयरन की कमी से जूझ रहे हैं। रक्त में हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ाने के लिए अपने भोजन में आयरन से भरपूर फलों को शामिल करें।

रोजाना एक सेब खाने से हीमोग्लोबिन के स्तर का बनाए रखने में आसानी होती है क्योंकि सेब में आयरन की मात्रा अधिक होती है।

Pomegranate Juice

अनार में आयरन, कैल्शियम, प्रोटीन, फाइबर और कार्बोहाइड्रेट खूब मात्रा में पाया जाता है। रोजाना एक अनार खाने या एक गिलास अनार का रस पीने से हीमोग्लोबिन के स्तर को ठीक रखने में मदद मिलती है।

अपने आहार में पर्याप्त मात्रा में विटामिन बी12 और विटामिन बी9 का सेवन करें।

चुकंदर भी हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ाने में काफी मददगार होता है।

तुलसी एक गुणकारी औषधि है। इसके नियमित सेवन से आप कई सारे रोगों से बच सकते हैं। इसके अलावा तुलसी के नियमित सेवन से शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा भी बढ़ती है। इसीलिए इसका नियमित सेवन ज़रूर करें।

इन्हें लेने से बचें
ऐसे कई खाद्य पदार्थ होते हैं जो आयरन को नष्ट कर सकते हैं या ब्लॉक कर सकते हैं। ऐसे में आयरन और कैल्शियम को कभी भी एकसाथ नहीं खाना चाहिए।

चाय और कॉफी की मात्रा कम करें क्योंकि इनके कारण शरीर की आयरन अवशोषित करने की क्षमता प्रभावित होती है।

विटामिन सी की मात्रा बढ़ाएं क्योंकि यह आयरन को अवशोषित करने में मदद कर सकता है।

नियमित व्यायाम करें
व्यायाम करने से हमारा शरीर तंदुरूस्त रहता है क्योंकि व्यायाम करने से शरीर में ऑक्सीजन का प्रवाह बढ़ जाता है।

COMMENT