देश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बीच कोविड-19 टेस्ट को लेकर एक अच्छी खबर आई है। दरअसल, भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद यानि आईसीएमआर ने कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि के लिए घरों में जांच की किट को मंजूरी दे दी है। इसके साथ ही रैपिड एंटीजन टेस्ट (रैट) किट के इस्तेमाल को लेकर एक एडवायजरी भी जारी की है। इसमें कहा गया है कि इस टेस्ट में जो लोग पॉजिटिव पाए जाएं, उन्हें सच में संक्रमित मान लिया जाए। ऐसे लोगों को दोबारा टेस्ट कराने की जरूरत नहीं है।
आईसीएमआर ने कहा कि रैट में जो भी सिम्टोमैटिक लोग निगेटिव पाए जाएं, उनकी आरटी-पीसीआर जांच अवश्य कराई जाना चाहिए। ऐसा इसलिए जरूरी है, क्योंकि वायरल लोड कम होने पर रैट में कुछ पॉजिटव टेस्ट को नहीं पकड़ पाने की आशंका रहती है। बता दें, महाराष्ट्र की एक कंपनी ने घर में ही कोरोना की जांच करने के लिए किट तैयार किया है। इस तरह के किट विदेश में पहले से इस्तेमाल किए जा रहे हैं।
पुणे की मॉय लैब डिस्कवरी सॉल्यूशंस ने तैयार की घरेलू किट
आपको बता दें कि पुणे की मॉय लैब डिस्कवरी सॉल्यूशंस ने घरेलू इस्तेमाल के लिए कोरोना की यह जांच किट तैयार की है। इसे आईसीएमआर ने भी मंजूरी दे दी है।हालांकि, आईसीएमआर ने घरों में जांच की इजाजत सिम्टोमैटिक मरीजों के मामले में ही दी है। किट से जांच में पॉजिटिव पाए जाते ही संबंधित व्यक्ति को तुरंत लैबोरेटरी से संपर्क करने को कहा गया है। इस किट से कोरोना की जांच संबंधित कंपनी द्वारा दिए गए यूजर मैन्यूअल के अनुसार करना होगी।
होम टेस्टिंग के लिए मोबाइल ऐप डाउनलोड करना होगा
जानकारी के अनुसार, जांच के पूर्व इस किट के उपयोग करने वालों को गूगल प्ले स्टोर और एपल पर मौजूद होम टेस्टिंग मोबाइल ऐप डाउनलोड करना होगा। इस ऐप पर बताए गए तरीकों के आधार पर किट से घर में कोरोना वायरस संक्रमण की जांच की जा सकेगी। कोरोना किट के जरिए जांच के बाद उसकी स्ट्रीप का फोटो लेना होगा, यह उसी मोबाइल फोन से लेना होगा, जिसमें यह ऐप डाउनलोड किया गया है।
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