आईसीसी विश्व कप 2019 का फाइनल मुकाबला ऐतिहासिक लॉर्ड्स के मैदान पर इंग्लैंड-न्यूजीलैंड के बीच रविवार को खेला गया। इस फाइनल में मैच और इसके बाद सुपर ओवर भी टाई होने के बाद बाउंड्री के हिसाब से इंग्लैंड को विजेता घोषित किया गया। मैच और सुपर ओवर को मिलाकर इंग्लैंड ने कुल 26 और न्यूजीलैंड ने 17 बाउंड्री लगाईं। न्यूजीलैंड से ज्यादा बाउंड्री लगाने की वजह से इंग्लैंड को विजेता घोषित कर दिया गया। लेकिन अब विश्व क्रिकेट से जुड़ी कई बड़ी हस्तियां इस नतीजे और अंपायरों के फैसले पर सवाल उठा रही है। आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला..
अंपायर टफेल समेत कई दिग्गज क्रिकेटरों ने उठाए सवाल
इस मैच में सुपर ओवर के टाई होने के बाद घोषित किए गए नतीजे पर जहां क्रिकेट के दिग्गजों ने आईसीसी के सुपर ओवर के नियम पर सवाल उठाए हैं, वहीं अब आईसीसी के बेस्ट अंपायर रहे साइमन टफेल ने ही फाइनल में की गई अंपायरिंग पर भी सवाल उठा दिए। इतना ही नहीं टफेल ने अंपायरों के फैसले को गलत बताते हुए इसे क्रिकेट इतिहास की बड़ी भूल भी बताया है। आईसीसी के 5 बार के बेस्ट अंपायर रहे टफेल ने गुप्टिल के थ्रो पर इंग्लैंड को मिले छह रन को गलत करार दिया है। उन्होंने क्रिकेट के नियमों का हवाला देते हुए कहा कि इंग्लैंड को उस समय छह रन नहीं बल्कि 5 रन ही मिलने चाहिए थे।
मैच के दौरान अंतिम ओवर में अंपायरों से हुई यह बड़ी गलती
दरअसल, यह मामला इंग्लैंड की पारी के अंतिम यानी 50वें ओवर का है। इंग्लैंड टीम को आखिरी 3 गेंदों में 9 रन की दरकार थी, तभी चौथी गेंद पर बेन स्टोक्स ने मिड विकेट की ओर शॉट खेला और तेजी से एक रन लेने के बाद दूसरा रन लेने के लिए भागे। इस दौरान दूसरा रन पूरा करने के वक़्त उन्होंने स्ट्राइक एंड की तरफ डाइव लगा दी। इस दौरान गुप्टिल का थ्रो आकर उनके बैट पर लगा और गेंद बाउंड्री पार चली गई। इसके बाद अंपायर ने आपस में बातचीत करने के बाद इंग्लैंड को 6 रन दे दिए। इस तरह जहां सिर्फ 2 रन होने चाहिए थे, वहां इंग्लैंड को 4 रन और अतिरिक्त मिल गए यानी कुल मिलाकर इंग्लैंड के खाते में 6 रन जुड़ गए। अब इंग्लैंड को आखिरी 2 गेंदों में जीत के लिए सिर्फ 3 रन की दरकार थी। यह मैच का टर्निंग प्वाइंट बन गया और इंग्लैंड ने 2 गेंदों में 2 रन बनाकर मैच टाई करा दिया। इसके बाद सुपर ओवर में भी दोनों टीमों ने बराबर रन बनाए।
ऐसा होना चाहिए आईसीसी के नियम अनुसार
आईसीसी के क्रिकेट नियमों की मानें तो 19.8 नियम के तहत अगर गेंद ओवरथ्रो पर बाउंड्री के पार चली जाए (चाहे वह गैरइरादतन बल्ले से ही क्यों न लगी हो), तो ओवरथ्रो से पहले लिए गए रनों में बाउंड्री के चार रन जुड़ जाएंगे। अगर ओवर थ्रो या फिर फील्डर के जानबूझ कर किए गए एक्ट से गेंद बाउंड्री पार कर जाती है तो इसका फायदा दूसरी टीम को मिलता है। रन लेते समय रन का फायदा तभी मिलता है, जब बल्लेबाज ने थ्रो से पहले रन पूरा कर लिया हो या फिर थ्रो से पहले ही दोनों बल्लेबाज एक दूसरे को क्रॉस कर जाते हैं।
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लेकिन इस विश्व कप के फाइनल मैच के दौरान जब मार्टिन गप्टिल ने थ्रो फेंका, तब बेन स्टोक्स और आदिल रशीद ने दूसरे रन के लिए एक-दूसरे को क्रॉस नहीं किया था। इस तरह इंग्लैंड को जहां दो रन मिले, वहां सिर्फ एक रन ही मिलना चाहिए था। अगर ऐसा हो जाता तो स्ट्राइक पर स्टोक्स की जगह आदिल रशीद होते और इंग्लैंड को आख़िरी 2 गेंदों में 4 रनों की दरकार होती और हो सकता है इंग्लैंड मैच में ही हार जाता। मैच के बाद हुई अवॉर्ड सेरेमनी के दौरान न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियम्सन ने आखिरी ओवर में बेन स्टोक्स के बैट से लगकर ओवर-थ्रो पर गए चार रन को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए क्रिकेट में ऐसी घटना दोबारा नहीं होने की बात कही।