हम सभी अपने घर को खूबसूरत रखने के लिए क्या कुछ नही करते। ट्रेडिंग इन्टीरीयर लुक की बात करें तो ज्यादातर लोग अपने कमरों में वुडन फ्लोरिंग का इस्तेमाल कर रहे हैं। ये आपके इंटीरियर को शानदार लुक देने के साथ ही एंटीबैक्टीरियल गुण भी रखते हैं। मगर इसके लिए यह भी जरूरी है कि हम समय—समय पर इनकी सफाई पर भी खास ध्यान दें। हालांकि इनकी सफाई करना काफी आसान होता है, लेकिन थोड़ी सी लापरवाही से इसकी चमक कम हो सकती है।
पहले के समय पेंट्स और वार्निश के दाम काफी मंहगें हुआ करते थे, ऐसे में इन्हें बिना किसी पॉलिश के ही रखा जाता था। मगर अब इनकी चमक को बनाए रखने के लिए पीयू कोटिंग्स, प्रोटिक्टिव फिनिशेस, रेजिन वार्निश और ट्रांस्परेंट कोटिंग जैसी चीजों का इस्तेमाल किया जाता है, जो अल्ट्रा वायलेट रेडिएशन्स के दुष्प्रभाव से फ्लोरिंग को बचाती है और इनकी रंगत को बनाए रखती हैं। आज हम आपको बताएंगें कि लंबे समय तक वुडन फ्लोरिंग को कैसे मेंटेन किया जाए…
1- फर्श साफ करने के लिए एक्रैलिक वैक्सेस और सख्त डिटर्जेंट का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे फ्लोरिंग की रंगत बिगड़ती है और वे फिसलनदार भी हो जाते हैं।
2. अक्सर घर में पड़ी चीजों से फ्लोर पर स्क्रैच होने के खतरा रहता है। फ़्लोरिंग पर पर्मानेंट स्क्रैचेस ना पड़ें इसके लिए कमरे में रखी सभी चीज़ों के नीचे प्रोटिक्टिव पैड्स ज़रूर लगवाएं।
3. फ्लोरिंग चुनते समय मौसम का ख़्याल रखना भी बेहद जरूरी है। जैसे नमीयुक्त वातावरण के लिए वुडन फ़्लोरिंग चुन रहे हैं, तो वुड में गांठें रिंग्स जितनी कम होंगीं उतना बेहतर होगा।
5. इस मौसम में वुड के मुड़ने की संभावना भी ज़्यादा रहती है। ऐसे में ध्यान रहे कि वुड के ग्रेन्स भी चिकने हों, क्योंकि इस तरह के वुड जल्दी लचकते नहीं हैंं।
4. अगर फ्लोरिंग खराब हो चुकी है तो इसका तुरंत उपाय करने के लिए इसकी ऊपरी सतह को पेंट कर सकते हैं। ऐसी स्थिति से बचने के लिए इन्हें हर तीन-पांच साल में पॉलिश कराएं।
5. नियमित देखरेख करने पर वुडन फ़्लोरिंग की रौनक समय के साथ बढ़ती जाती है। टॉप और बेस कोट्स को नजरअंदाज न करें। ये वुड में किसी भी तरह के फ़ंगस को पनपने से रोकता है।
6. यदि फ़्लोरिंग खुले में या खिड़की के सामने हो, तो ह्यूमिडीफ़ायर लगवाएं। फर्श की रंगत बरकरार रखने के लिए ऑयलिंग भी करा सकते हैं, इससे फ़्लोर के मैटेरियल को मज़बूती मिलती है।
7. वुडन फ्लोर के लिए लेटेस्ट विकल्पों में इंजीनियर्ड वुड, रीक्लेम्ड वुड, वुड साल्वेज्ड, बाम्बू फ़्लोर्स, कॉर्क फ़्लोर्स, लिनोलियम की फ़्लोरिंग शामिल हैं। यह काफी किफ़ायती भी होते हैं।