रंगों की दुनिया में एक बार फिर से झूमने का मौका आ गया है। होली की तैयारियां अंतिम चरणों में हैं। बाजारों में एक दूसरे को रंगने के लिए विभिन्न रंग मिल रहे हैं। कहीं पक्के, कहीं गुलाल तो कहीं ईको फ्रेंडली। रंगों के अलावा इस त्योहार पर एक और चीज का क्रेज देखने को मिलता है और वह है ठंडाई यानी भांग। भोले बाबा का प्रसाद माने जानी वाली यह ठंडाई इस दिन खास तौर पर ली जाती है। लेकिन कई बार यह रंग में भंग डालने का भी काम करती है। अधिक मात्रा में सेवन के कारण कई तरह की समस्या का सामना करना पड़ता है। ऐसे में कुछ देसी उपाय हैं जो इस नशे से बाहर आने में मदद कर सकते हैं। आइए जानें क्या होता है यह नशा और कैसे इसे कम कर सकते हैं।
जब ऐसा हो तो ध्यान रखें
भांग पीने के बाद व्यक्ति का अपने नर्वस सिस्टम पर कंट्रोल नहीं रहता। इस कारण वह किसी भी चीज को नियंत्रित करने की स्थिति में नहीं रहता है। बेवजह हंसना, रोना, सोना या कोई काम निरंतर करना आदि इसी के कारण होता है। इसके अलावा कई बार व्यक्ति या तो खुद की पहचान भूल जाता है या फिर अन्य लोगों को पहचान नहीं पाता है। कुछ सामान्य लक्षणों में तो कोई समस्या नहीं होती लेकिन यदि कोई आंखे खोलकर बेसुध है या और कोई गंभीर लक्षण दिखे तो उसे तुरंत अस्पताल ले जाना जरूरी है।
ये उपाय हो सकते हैं कारगर
इस नशे में घी को सबसे कारगर उपाय माना जाता है। माना जाता है कि भांग के नशे को कम करन के लिए घी का सेवन करना चाहिए इससे नशा तुरंत उतरता है।
मक्खन का सेवन करने से भी नशा कम होता है।
नशा उतारने के लिए खटाई का सेवन करना सबसे बेहतर तरीका है। नशा ज्यादा होने पर दही या दही से बनी चीजें खाएं।
भांग के नशे के बाद कभी भी मीठी चीजें या हेवी डाइट न लें।
नशा उतारने के लिए बिना शक्कर या नमक डाले नींबू पानी 4 से 5 बार पीना फायदा करता है।