अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा होने के बाद भी भारत सरकार की ओर से आम अफगान नागरिकों को इस संकट में संभव सहायता पहुंचाने की कोशिश जारी है। इसी बीच अब भारत सरकार ने भारतीय सैन्य संस्थानों (आईएमए, ओटीए, एनडीए) में प्रशिक्षण ले रहे 180 अफगान कैडेट्स को अगले छह महीनों के लिए ई-वीजा देने का ऐलान किया है। इस समय में अफगानी छात्र व कैडेट्स अपने भविष्य को लेकर कोई निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र रहेंगे। जानकारी के अनुसार, भारत में अभी 180 अफगानी कैडेट्स मौजूद हैं। इनमें से 140 छात्रों ने पश्चिमी देशों के वीजा के लिए निवेदन कर रखा है। मालूम हो कि अफगानिस्तान पर अगस्त मध्य में तालिबान के कब्जे के बाद से ही इन अफगान छात्रों के भविष्य को लेकर असमंजस बना हुआ है।
कई कैडेट्स ने भारत में ही रुकने की इच्छा जताई
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कई अफगान छात्र और कैडेट्स यूरोपीय देशों और कनाडा जैसे देश में जाना चाहते हैं। इनमें से कई अफगान कैडेट्स ने भारत में ही रुकने की इच्छा जताई है। इन छात्रों को विभिन्न संस्थाओं के संपर्क में रखा गया है, जो भारत में रह रहे अफगानी लोगों के साथ मिलकर काफी समय से काम कर रहे हैं।
कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम के तहत प्रशिक्षण देती है भारत सरकार
बता दें कि भारत सरकार हर साल कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम के तहत अफगानिस्तान के छात्रों को भारतीय सैन्य संस्थानों में बतौर कैडेट्स प्रशिक्षण देती है। भारत ने अपने पड़ोसी मित्र देश अफगानिस्तान के अब तक सैंकड़ों छात्र व कैडेट्स को इंडियन मिलिट्री अकेडमी (IMA) देहरादून, ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकेडमी (OTA) चेन्नई और पुणे के खड़कवासला स्थित नेशनल डिफेंस अकेडमी (NDA) में प्रशिक्षण दिया है। लेकिन हाल में अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद से भारत ने अभी तक तालिबान शासित अफगान से दोस्ती आगे नहीं बढ़ायी है।
Read Also: केंद्र सरकार ने एनडीए में महिलाओं को शामिल करने की अनुमति देने का किया फैसला