देश में कोरोना संकट व लॉकडाउन के चलते गहराए आर्थिक संकट व प्रवासी मजदूरों की स्थिति को लेकर आज शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने विपक्षी दलों की एक बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये बुलाई जिसमें केंद्र सरकार को इन मुद्दों पर घेरने की कोशिश की गई।
सोनिया ने राहत पैकेज को देश के साथ बताया क्रूर मजाक
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए हुई इस बैठक में 22 दलों के नेता शामिल तो हुए लेकिन एसपी, बीएसपी व आम आदमी जैसी प्रमुख पार्टी ने भाग नहीं लिया। बैठक में कोरोना संकट व लॉकडाउन के दौरान अर्थव्यवस्था व प्रवासी मजदूरों की स्थिति पर सरकार को घेरा गया। सोनिया गांधी ने बैठक में आर्थिक राहत पैकेज को देश के साथ क्रूर मजाक भी बताया है।
कोरोना जांच व जांच किट आयात के मोर्चे पर पर भी सरकार फेल- सोनिया
सोनिया गांधी ने इस बैठक में कहा कि सरकार ने मात्र 4 घंटे के नोटिस में ही लॉकडाउन घोषित कर दिया था। लेकिन इसके वावजूद भी हमने सरकार के इस निर्णय का समर्थन किया। पीएम जहां पहले 21 दिन में यह लड़ाई जीतने की बात कर रहे थे वो गलत साबित हुई। इसके अलावा सरकार कोरोना जांच व जांच किट आयात के मोर्च पर भी विफल रही है।
अम्फान मृतकों की आत्मा की शांति के लिए रखा मौन
विपक्षी दलों की हुई इस बैठक में सभी विपक्षी नेताओं ने पश्चिम बंगाल व ओडिशा में महातूफान अम्फान की वजह से हुई तबाही पर भी शोक जताया है और मृतकों की आत्मा की शांति के लिए मौन रखा गया और कहा गया कि देश में पहले से ही कोरोना से जंग लड़ रहे हैं और ऐसे वक्त में इस तूफान के आने से दोहरा झटका लगा है।