दुनिया के कई देशों के बाद अब भारत में भी कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन का खतरा बढ़ता नज़र आ रहा है। हालांकि, इसको ध्यान में रखते हुए सरकार इससे निपटने के लिए हर जरूरी कदम उठा रही है। केंद्र सरकार ने भारत आने वाली अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक यात्री सेवाओं पर लगाई गई रोक को अब और आगे बढ़ा दिया है। अब यह रोक देश में 31 जनवरी, 2022 तक लागू रहेगी। आपको बता दें कि इससे पहले 15 दिसंबर से इन सेवाओं को फिर से शुरू करने का फैसला किया गया था। लेकिन, ओमिक्रॉन के बढ़ते खतरे को देखते हुए इस फैसले को वापस ले लिया।
सिंगापुर को केंद्र ने खतरे वाली सूची से हटाया
जानकारी के अनुसार, केंद्र सरकार ने इस बीच सिंगापुर को खतरे वाली सूची से हटा दिया है। मालूम हो कि खतरे वाली सूची से आने वाले लोगों को कोरोना प्रोटोकॉल के तहत एयरपोर्ट पर ही कोरोना जांच समेत अतिरिक्त पाबंदियों का सामना करना पड़ता है। फिलहाल दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना और चीन समेत 12 देश इस सूची में शामिल हैं।
राज्य दवाओं के लिए पर्याप्त बफर स्टॉक सुनिश्चित करें
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने गुरुवार को कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट के मद्देनजर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ एक अहम बैठक की। इस दौरान टीकाकरण की प्रगति की समीक्षा की गई। उन्होंने राज्यों से यह भी आग्रह किया कि वे कोरोना के इलाज के लिए तय की गईं आठ महत्वपूर्ण दवाओं के लिए पर्याप्त बफर स्टॉक बनाए रखना सुनिश्चित करें।
ओमिक्रॉन की वजह से टल सकता है राहुल गांधी का मुंबई दौरा
उधर, महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाविकास अघाड़ी सरकार ने भी कोरोना प्रोटोकॉल में किसी भी तरह की ढील न देने का फैसला कर लिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राहुल गांधी के प्रस्तावित मुंबई दौरे पर फैसला अब ओमिक्रॉन की समीक्षा के बाद लिया जा सकता है। राज्य के उप-मुख्यमंत्री अजित पवार से मीडिया ने जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अगर ओमिक्रॉन वैरिएंट के मामले ऐसे ही बढ़ते रहे, तो सोचना पड़ेगा।
ओमिक्रॉन के खतरे को भांपते हुए केंद्र ने विदेश से आने वाले यात्रियों के लिए जारी की नई गाइडलाइन