गूगल ने सुंदर पिचाई को अपनी मूल कंपनी अल्फाबेट का मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) नियुक्त किया है। गूगल के को-फाउंडर लैरी पेज ने अल्फाबेट के सीईओ का पद छोड़ दिया। पिचाई को यह जिम्मेदारी दी गई है। गूगल के दूसरे को-फाउंडर सर्गेई ब्रिन ने भी अल्फाबेट के प्रेसिडेंट पद से इस्तीफा दे दिया। अब कंपनी में प्रेसिडेंट का पद भी खत्म कर दिया जाएगा। पेज और ब्रिन ने एक ब्लॉग पोस्ट के जरिए मंगलवार को अपने इन फैसलों का ऐलान किया। इसके बाद सुंदर पिचाई ने दोनों का आभार जताया। बता दें, भारतीय मूल के पिचाई वर्ष 2004 में गूगल ज्वाइन किया था। पिचाई से पहले यह जिम्मेदारी सर्गी ब्रिन के पास थी। अल्फाबेट की स्थापना साल 2015 में ‘कंपनियों के समूह’ के रूप में की गई थी।
कौन हैं सुंदर पिचाई?
भारतीय मूल के सुंदर पिचाई का वास्तविक नाम सुंदरराजन है। उनका जन्म मदुरै (तमिलनाडु) में 1972 में हुआ था। लेकिन वो चेन्नई में पले-बढ़े। उनकी मां लक्ष्मी एक स्टेनोग्राफर और पिता रघुनाथ पिचाई इलेक्ट्रिकल इंजीनियर थे। पिचाई ने बैचलर डिग्री आईआईटी, खड़गपुर से ली। उन्होंने अपने बैच में सिल्वर मेडल हासिल किया था। उन्होंने एमएस की पढ़ाई यूएस की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से की और वॉर्टन यूनिवर्सिटी से एमबीए किया। साल 2004 में पिचाई ने प्रोडक्ट और इनोवेशन ऑफिसर के पद पर गूगल ज्वॉइन किया था।
सुंदर पिचाई ने अपने एक इंटरव्यू में बताया था कि अमेरिका जाने से पहले उनके पास अपना कम्प्यूटर तक भी नहीं था। उनके परिवार को टेलीफोन कनेक्शन के लिए पांच साल इंतजार करना पड़ा था। जब उनके घर में फोन लगा तो लगा मानो वह सामुदायिक कनेक्शन हो गया हो। पड़ोसी अपने बच्चों को कॉल करने के लिए उनके घर आते थे। ये ही वो बातों थीं जिससे पिचाई को तकनीक की असल ताकत समझ आई।
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अब एक घंटे में कमाते हैं करोड़ों रुपये
बतौर गूगल सीईओ सुंदर पिचाई को पिछले साल यानि वर्ष 2018 में 47 करोड़ डॉलर (करीब 3,337 करोड़ रुपये) मिले थे। इसमें उनके सभी तरह के भत्ते भी शामिल हैं। एक प्रमुख अमेरिकन न्यूज चैनल के अनुसार, सुंदर पिचाई एक हफ्ते में अगर 40 घंटे काम करते है, तो ऐसे में उनकी हर घंटे की सैलरी 2,25,961 डॉलर बैठती है। इसका मतलब है कि पिचाई करीब 1.60 करोड़ रुपये प्रति घंटे कमाते है।