देश के कारोबारी घरानों में बंटवारे और मनमुटाव की खबरें आना आजकल आम बात हो गई है। कभी जमीन तो कभी कारोबारी हिस्सेदारी को लेकर हर दूसरे दिन देश का कोई दिग्गज कारोबारी बड़ी उथलपुथल कर मीडिया सुर्खियों में जगह बना लेता है। अब खबर आई है कि दिग्गज कंपनी गोदरेज में बंटवारे की लकीरें खिंच गई हैं।
मुंबई का लैंडलॉर्ड कहे जाने वाले इस परिवार की मुंबई समेत देश के कई हिस्सों में करोड़ों की जमीनें और कई इंडस्ट्रीज में पार्टनरशिप है। मीडिया में यह खबर इसलिए उछल रही है क्योंकि हाल में गोदरेज परिवार ने अपने कारोबारी संगठन को दोबारा पुर्नगठित करने और एक जमीन विवाद को सुलझाने के लिए देश के टॉप वकीलों से संपर्क किया है।
क्या है विवाद ?
दरअसल मुंबई के विखरोली इलाके में गोदरेज परिवार के पास 3,400 एकड़ की जमीन है। इस इलाके में जमीन होना कितनी बड़ी बात है क्योंकि यहां एक एकड़ की कीमत 20 करोड़ रूपए है। अब इस जमीन को गोदरेज परिवार डवलप करना चाहता है जिसको लेकर मतभेद चल रहा है।
इकोनॉमिक टाइम्स के मुताबिक विवाद की जड़ ही यह है कि जमीन को किस तरह और किस काम के लिए डवलप किया जाए। जमशीद गोदरेज चाहते हैं कि जमीन रियल एस्टेट के लिए डवलप ना हों जबकि आदि और नादिर गोदरेज का कहना है कि इस जमीन पर रियल एस्टेट से जमीन की कीमत बढ़ जाएगी जिससे भारी फायदा होगा।
गोदरेज परिवार की मार्केट वेल्यू है 1.2 लाख करोड़
गोदरेज परिवार 122 सालों से बिजनेस में है। 1897 में एक पारसी वकील आर्देशीर गोदरेज ने ताला कंपनी खोलकर गोदरेज की नींव रखी जिसके पास आज गोदरेज इंडस्ट्रीज, गोदरेज कंज्यूमर, गोदरेज एग्रोवेट, गोदरेज प्रॉपर्टीज और एस्टेक लाइफसाइंसेज जैसी दिग्गज कंपनियां है। गोदरेज ग्रुप के चेयरमैन आदि गोदरेज हैं और ग्रुप की मार्केट वेल्यू करीब 1.2 लाख करोड़ रुपये है।
गोदरेज परिवार
गोदरेज परिवार के चेयरमैन आदि गोदरेज, उनके भाई नादिर, कजिन रिशद, जमशीद और स्मिता गोदरेज हैं। आदि और नादिर के तीन बच्चे हैं जबकि स्मिता के 2 बच्चे हैं।