दक्षिण भारतीय राज्य केरल में होने वाले विधानसभा चुनाव में अब कुछ ही दिन शेष रह गए हैं। वहीं, इससे ठीक पहले राहुल गांधी के गढ़ वायनाड में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। दरअसल, पिछले कुछ दिनों में वायनाड जिले से पार्टी के चार नेता इस्तीफा दे चुके हैं। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी ने वायनाड संसदीय सीट से चुनाव जीता था। वायनाड में कांग्रेस से इस्तीफा देने वालों में केपीसीसी सचिव एमएस विश्वनाथन, डीसीसी महासचिव अनिल कुमार, केपीसीसी कार्यकारी समिति के सदस्य केके विश्वनाथन और राज्य महिला कांग्रेस की सचिव सुजया वेणुगोपाल शामिल हैं। हालांकि, पार्टी ने इन बागियों को मनाने के लिए वरिष्ठ नेताओं को रवाना कर दिया है।
इस्तीफा देने वाले नेताओं ने पार्टी पर लगाए आरोप
कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले वायनाड के नेता एमएस विश्वनाथन ने पार्टी पर आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी नेतृत्व आगामी विधानसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे में सामाजिक न्याय सुनिश्चित करने में विफल रही है। आपको बता दें कि विश्वनाथन कुरुमा आदिवासी समुदाय से आते हैं जो वायनाड में एक आदिवासी समुदाय का एक प्रमुख हिस्सा है। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि सीट बंटवारे में कुरुमा समुदाय की उपेक्षा की गई है। मेरे पास मेरे समुदाय का समर्थन है। एमएस विश्वनाथन ने कहा, ‘डीसीसी यानि जिला कांग्रेस समिति अध्यक्ष का पद और विधायक का पद यहां एक ही व्यक्ति के पास है। मैं इस मामले को लेकर पहले ही पार्टी के सामने अपनी आपत्ति दर्ज करा चुका हूं।’
जल्द सीपीआई (एम) में शामिल हो सकते हैं विश्वनाथन
उधर, सीपीआई (एम) ने एमएस विश्वनाथन को आश्वस्त किया है कि पार्टी उन्हें उचित स्थान देगी। हालांकि, विश्वनाथन के कांग्रेस छोड़ते ही सीपीएम नेता ईएम शंकरन ने पार्टी छोड़ दी और मौका देखते हुए कांग्रेस में शामिल हो गए। दरअसल, शंकरन भी कुरुमा समुदाय से आते हैं। वहीं, पलक्कड़ जिले में पूर्व डीसीसी अध्यक्ष और विधायक एवी गोपीनाथ ने यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष शफी परंबिल के खिलाफ चुनाव लड़ने की धमकी दी है। पलक्कड़ में कांग्रेस सांसद वीके श्रीकंदन डीडीसी अध्यक्ष हैं। गोपीनाथ का कहना है कि पार्टी ने उन्हें हाशिये पर रख दिया है और किसी संगठन में जगह नहीं दी है।
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