प्रतिभा पाटिल का 19 दिसंबर जन्म दिन है। भारत की 12वीं राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल का जन्म 19 दिसंबर 1934 में में हुआ था। प्रतिभा पाटिल वकालत कर चुकी हैं और फिर लम्बे समय तक राजनीति में रही हैं। वे भारत की पहली महिला राष्ट्रपति थीं।
वर्ष 2004 से 2007 तक उन्होंने राजस्थान के राज्यपाल के रूप में भी कार्य किया। कांग्रेस पार्टी के साथ वे काफी लंबे समय तक जुड़ी हुई रहीं। 2007 से 2012 के बीच वे भारत की राष्ट्रपति पद पर रहीं। सबसे पहले जानते हैं उनके बारे में-
प्रतिभा पाटिल के पास राजनीति विज्ञान और अर्थशास्त्र में स्नातकोत्तर डिग्री है। स्नातकोत्तर पूरा करने के बाद उन्होंने लॉ की पढ़ाई की। उस समय उन्होंने भारतीय महिलाओं की स्थितियों में सुधार जैसे सामाजिक मुद्दों में भी रुचि विकसित की।
1962 में 27 साल की उम्र में वे जलगांव निर्वाचन क्षेत्र के लिए महाराष्ट्र विधान सभा के लिए चुनीं गईं। उसके बाद वे 1967 और 1985 के बीच लगातार चार बार मुक्ताईनगर निर्वाचन क्षेत्र में जीतीं। 1985 और 1990 के बीच, वह राज्यसभा में संसद सदस्य भी बनीं।
नवंबर 2004 में उन्हें राजस्थान के 24वें गवर्नर के रूप में नियुक्त किया गया था और इस खिताब के साथ, वह उस कार्यालय में नियुक्त की जाने वाली पहली महिला बनीं। भारत के राष्ट्रपति के लिए मतदान प्रक्रिया में पाटिल ने लगभग दो-तिहाई वोट प्राप्त किए और 25 जुलाई, 2007 को भारत की पहली महिला राष्ट्रपति के रूप में पदभार संभाला।
1981 से प्रतिभा पाटिल को 30 वर्षों में सबसे दयालु राष्ट्रपति के रूप में डब किया गया। अभिलेखों के मुताबिक, पाटिल पर विदेश यात्रा पर अधिक पैसा खर्च करने का आरोप लगा और किसी भी पूर्व राष्ट्रपति की तुलना में अधिक विदेशी यात्राएं उनके द्वारा की गईं।
अपने पति के साथ उन्होंने विद्या भारती शिक्षा प्रसार मंडल की स्थापना की। इस संस्थान में अमरावती, जलगांव और मुंबई में स्कूलों और कॉलेजों की एक सीरीज चलाई जाती है।
उन्होंने श्रम साधना ट्रस्ट भी स्थापित किया है जो नई दिल्ली, मुंबई और पुणे में काम करने वाली महिलाओं के लिए छात्रावास चलाता है।
उन्होंने संत मुक्ताबाई सहकारी साखार कर्मण के नाम से पहचानी जाने वाली एक चीनी कारखाना भी स्थापित किया।
कार्यकाल के दौरान लगे थे ये आरोप
प्रतिभा पाटिल के कार्यकाल के दौरान उन पर कई तरह के आरोप भी लगे। प्रतिभा पाटिल ने पोस्ट रिटायरमेंट के लिए पुणे में एक घर का निर्माण शुरू करवा दिया था। मीडिया में ये खबरें थीं कि ये जमीन डिफेंस में दी जानी थी।
इसके अलावा एक आरटीआई में पता चला कि प्रतिभा पाटिल का कार्यकाल खत्म होने पर अपने साथ 150 के करीब गिफ्ट भी ले गईं जो कि विदेश यात्राओं के दौरान उन्हें मिले थे। जबकि राष्ट्रपति कार्यकाल खत्म होने के बाद सभी गिफ्टों को राष्ट्रपति भवन में ही छोड़ दिया जाता था।