फिनलैंड की प्रधानमंत्री सना मरीन ने जल्द होने जा रहे चुनाव से पहले एक बड़ा ऐलान किया है। दरअसल, फिनलैंड पीएम सना मरीन ने आधिकारिक आवास केसारेंटा में रहते हुए परिवार के नाश्ता भत्ते में लिए 12.40 लाख रुपये लौटाने की घोषणा की है। देश के एक नामी अखबार ने खुलासा किया था कि मरीन द्वारा किया गया इस भत्ते का दावा गलत था। करीब डेढ़ वर्ष पहले फिनलैंड के प्रधानमंत्री का पद संभालने वाली 35 वर्षीय सना मरीन ने कहा कि वे अब इन बातों के लिए कोई दावा नहीं करेंगी। साथ ही उन्होंने कहा कि भविष्य में अगर उन्हें खाने का पैसा देने का नियम बनता है, तब भी वे रकम नहीं लेंगी। वे अब आगे से अपने खाने का पैसा खुद चुकाएंगी।
नाश्ते व अन्य भोजन पर प्रति सप्ताह खर्च हो रहे थे 1,033 डॉलर
जानकारी के लिए बता दें कि फिलनैंड की प्रधानमंत्री मरीन पर आरोप लगने के बाद उन्होंने ही अधिकारियों से भत्ते की वैधता जांचने के लिए कहा। हाल में शनिवार को बताया गया कि प्रधानमंत्री के तौर पर उन्होंने इसकी मांग नहीं की थी। फिलहाल मामले की जांच फिनलैंड पुलिस और अधिकारियों को दी गई है। रिपोर्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री आवास पर प्रति सप्ताह 1,033 डॉलर नाश्ते व अन्य भोजन के लिए खर्च किए जा रहे थे।
फिनलैंड में 13 जून को होने वाले हैं मतदान
गौर करने वाली बात ये है कि फिनलैंड में क्षेत्रीय निकाय चुनाव होने जा रहे हैं। इस मुद्दे को समाजवादी लोकतांत्रिक पार्टी से संबंध रखने वाली पीएम सना मरीन के खिलाफ यहां के दक्षिणपंथी विचारधारा वाले विपक्ष ने इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। माना जा रहा है कि इसकी वजह से ही प्रधानमंत्री मरीन ने नाश्ता भत्ते की वैधता जांचने के लिए कहा है। उधर, 13 जून को होने वाले मतदान में मरीन की पार्टी समाजवादी लोकतांत्रिक दल पिछड़ता नजर आ रहा है। यह देखना दिलचस्प होगा कि विपक्ष को क्षेत्रीय निकाय चुनाव में पीएम के नाश्ते भत्ते का मुद्दा उठाने का कितना फायदा होता है।
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