अब तत्काल में पैन कार्ड बनाने के लिए आपको ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं होगी और साथ ही इसके लिए कोई शुल्क भी नहीं चुकाना पड़ेगा। दरअसल, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को आधार आधारित ई-केवाईसी का उपयोग करके पैन कार्ड के तत्काल आवंटन की सुविधा को औपचारिक रूप से लॉन्च कर दिया है। यह सुविधा अब उन सभी स्थाई खाता संख्या (पैन) आवेदकों के लिए उपलब्ध है, जिनके पास वैलिड आधार संख्या है और जिनके पास यूआईडीएआई डेटाबेस में पंजीकृत मोबाइल नंबर है।
करदाताओं को 6.7 लाख तत्काल पैन कार्ड आवंटित
जानकारी के लिए बता दें कि वास्तविक समय के आधार पर जारी की गई आवंटन प्रक्रिया कागज रहित है और आयकर विभाग द्वारा आवेदकों को मुफ्त में एक इलेक्ट्रॉनिक पैन (ई-पैन) जारी किया जाता है। तत्काल पैन की सुविधा भले ही आज गुरुपरी करे औपचारिक रूप से लॉन्च की गई, लेकिन परीक्षण के आधार पर इसका ‘बीटा संस्करण’ फरवरी से ही आई-टी विभाग की ई-फाइलिंग वेबसाइट पर मौजूद है।
एक विज्ञप्ति में आयकर विभाग ने कहा कि बीटा संस्करण से लेकर अब तक करदाताओं को 6.7 लाख से अधिक तत्काल पैन कार्ड आवंटित किए गए हैं। तत्काल पैन कार्ड के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया बेहद सरल है। आयकर विभाग की ई-फाइलिंग वेबसाइट पर जाएं, अपना आधार नंबर शेयर करें और आधार पंजीकृत मोबाइल नंबर पर प्राप्त ओटीपी जमा करें। इस प्रक्रिया के पूरा होने पर 15-अंकीय पावती संख्या प्राप्त होगी। बता दें, एक बार आवंटित होने के बाद ई-पैन कार्ड पोर्टल से डाउनलोड किया जा सकता है।आधार के साथ पंजीकृत होने पर ई-पैन आवेदक की ईमेल आईडी पर भी भेजा जाता है।
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आयकर विभाग ने हाल में कहा कि अभी तक करदाताओं को कुल 50.52 करोड़ पैन कार्ड आवंटित किए जा चुके हैं, जिनमें से लगभग 32.17 करोड़ से अधिक आधार के द्वारा प्रमाणित हैं। आयकर विभाग की गाइडलाइन के अनुसार, लोगों को 30 जून 2020 तक अपने पैन कार्ड को आधार से लिंक करना अनिवार्य है। विभाग ने सभी आयकरदाताओं को पैन के बदले अपने आधार नंबर का उपयोग करने की अनुमति दे दी है।