भारत एक लोकतंत्रात्मक देश है जहां हर किसी को जनप्रतिनिधित्व करने व प्रतिनिधि चुनने का अधिकार है, फिर चाहे योग्यता हो या नहीं, बस रूतबा होना चाहिए। ऐसा ही कुछ कहता है चुनावों में फिल्मी सितारों की उपस्थिति, जिनमें से कुछ तो बस जीतने के बाद जनता के बीच जाते भी नहीं है, यहीं नहीं वे संसद सत्र में भी बहुत कम उपस्थिति होते हैं।
इन फिल्मी सितारों को राजनीति में लाने की शुरूआत कांग्रेस ने की थी। इनकी देखा—देखी में अन्य पार्टियां भी कब पीछे रहने वाली थी। इस बार भी कई सितारे चुनावी मैदान में नजर आयेंगे। इनका चुनाव लड़ने पर कई दिग्गज नेताओं को हार का सामना करना पड़ा है।
इस बार के चुनावी दंगल में दो नये सितारे मिमी चक्रवर्ती (जादवपुर) और नुसरत जहां (बशीरहाट) भी उन फिल्मी सितारों की सूची में शामिल हो गई हैं, जो लोकसभा चुनाव लड़ेंगीं।
देश में लोकसभा चुनावों की दुनिया में फिल्मी सितारों ने 70 के दशक से राजनीति में हाथ अजमाना शुरू कर दिया था।
आइए हम जानते हैं कि चुनावी दंगल में किन—किन सितारों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई है और उनको जनता ने कितना प्यार दिया, साथ ही वे जनता के लिए कितने हितकारी सिद्ध हुए हैं —
कोंगारा जगैया, कांग्रेस
यह ऐसे पहले अभिनेता थे जिन्होंने लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की। तेलूगू अभिनेता जगैया 1967 में अंगोले से सांसद बने। उन्होंने 80 हजार वोट से जीत हासिल की थी।
अमिताभ बच्चन
बॉलीवुड के सुपरस्टार बिग बी ने इलाहाबाद में 1984 में कांग्रेस के उम्मीदवार बने और लोकदल के हेमवती नंदन बहुगुणा को 1 लाख 87 हजार वोट से हराया था।
सुनील दत्त
यूपीए के कार्यकाल में खेल मंत्री रह चुके सुनील दत्त ने पहली बार 1984 में उत्तर पश्चिमी बॉम्बे से कांग्रेस के प्रत्यासी के रूप में चुनाव लड़ा और राम जेठमलानी को मात दी। उन्होंने जेठमलानी से दोगुने वोट हासिल किए थे। किसी भी अभिनेता ने इस संख्या की बराबरी नहीं की है।
वैजयंती माला
नया दौर और संगम जैसी फिल्मों में काम कर चुकीं वैजयंती माला ने 1984 में कांग्रेस के टिकट पर मद्रास दक्षिण से जीत हासिल की थी।
बालकवि बैरागी
सुनील दत्त की फिल्म रेशमा और शेरा के गीत लिखने वाले बालकवि बैरागी को कांग्रेस पार्टी ने 1984 में मध्यप्रदेश के मंदसौर से अपना प्रत्यासी बनाया और उन्होंने जीत हासिल की। इससे पहले उन्होंने 1968 में मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में जन संघ पार्टी के सुंदरलाल पतवा को परास्त किया था।
दीपिका चिखलिया
रामायण में अपने अभिनय से माता सीता के किरदार को जीवंत बनाने वाली दीपिका चिखलिया को 1991 में बड़ौदा से भाजपा ने टिकट दिया और जीत हासिल की थी।
अरविंद त्रिवेदी
गुजराती फिल्मों के स्टार और रामायण के रावण त्रिवेदी ने 1991 में साबरकांठा से भाजपा के टिकट देने पर जीत हासिल की थी।
राजेश खन्ना
बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना को राजनीति में लाने के लिए कांग्रेस ने 1991 में दिल्ली से अपना उम्मीदवार बनाया। इस चुनाव में उनके सामने भाजपा के दिग्गज नेता लाल कृष्ण आडवाणी थे जिससे उन्हें हार का सामना करना पड़ा। बाद में उसी सीट पर 1992 में उपचुनाव हुए, इन चुनावों में उन्होंने शत्रुघ्न सिन्हा को हराकर लोकसभा की सीट हासिल की।
विनोद खन्ना
विनोद खन्ना का लोकसभा संसदीय क्षेत्र पंजाब के गुरदासपुर रहा है वे भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े। यहां उन्होंने चार बार (1998, 1999. 2004, 2014) में जीत हासिल की। उन्हें 2009 में इस सीट पर हार का सामना करना पड़ा था। वह दो-दो मंत्रालय में राज्यमंत्री भी रह चुके हैं।
स्मृति ईरानी
अभिनेत्री स्मृति ईरानी ने 2003 में भाजपा की सदस्यता ली थी। वे 2014 में अमेठी से चुनाव हार गई थी। बाद में राज्यसभा से सदस्य चुनी गई और वह केंद्रीय मंत्री हैं।
हेमा मालिनी
हेमा मालिनी ने भाजपा के टिकट पर मथुरा सीट से जीत हासिल की थी। वह अभी होने जा रहे लोकसभा चुनाव में मथुरा से ही भाजपा की प्रत्याशी हैं।
धर्मेंद्र
अभिनेता धर्मेंद्र ने 2004 में भाजपा के टिकट पर राजस्थान के बीकानेर निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा का चुनाव जीता था। लेकिन वह संसद के किसी भी सत्र में मौजूद नहीं रहे और अपने निर्वाचन क्षेत्र से भी गायब रहे थे। जिसके चलते उनकी आलोचना भी की गई।
जयाप्रदा
समाजवादी पार्टी की नेता जयाप्रदा 2004 से 2014 तक उत्तर प्रदेश के रामपुर से सांसद रहीं।
गोविंदा
गोविंदा को कांग्रेस 2004 के आम चुनाव में मुंबई नॉर्थ सीट टिकट देकर राजनीति में एंट्री दी थी और जीत हासिल की थी। लेकिन इसके बाद उन्हें टिकट नहीं मिला और जिसके बाद उन्होंने राजनीति छोड़ दी।
शत्रुघ्न सिन्हा
शत्रुघ्न सिन्हा लंबे वक्त से भाजपा के सांसद रहे हैं और केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं। पिछले कुछ समय से वे भाजपा से नाराज चल रहे हैं जिसके कारण 2019 के चुनावों में पार्टी ने उनका बिहार की पटना साहिब सीट से टिकट काट दिया है। इस सीट से वह दो बार (2009 और 2014) में जीत हासिल कर चुके हैं।
राज बब्बर
फिल्म अभिनेता राज बब्बर ने अपना राजनीतिक सफर समाजवादी पार्टी के साथ किया लेकिन बाद में उन्होंने कांग्रेस का हाथ थाम लिया। वह तीन बार लोकसभा के लिए चुने गए और दो बार राज्यसभा सदस्य रहे। वर्तमान में वह उत्तर प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष हैं। इस बार वह उत्तर प्रदेश के फतेहपुर सीकरी से कांग्रेस से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे।
परेश रावल
बॉलीवुड के खलनायक व कॉमेडी अभिनेता परेश रावल अहमदाबाद ईस्ट से भाजपा के सांसद हैं।
ये फिल्मी सितारे भी हैं चुनावी मैदान में
मनोज तिवारी
बाबुल सुप्रियो
किरण खेर
मुनमुन सेन
गुल पनाग – चंडीगढ़
जावेद जाफरी – लखनऊ
नगमा – मेरठ
बप्पी लाहिड़ी – श्रीरामपुर
जयाप्रदा – बिजनौर
राखी सावंत- उत्तर पश्चिम मुंबई
महेश मांजरेकर- उत्तर पश्चिम मुंबई
प्रकाश झा – चंपारण