वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की वजह से देश में हजारों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। दुनिया में कोरोना संक्रमण से पौने चार लाख लोगों की मौत हो चुकी है। इस वायरस का शिकार वे लोग ज्यादा बन रहे हैं जो बुजुर्ग है और पहले से कई बीमारियों से घिरे हुए हैं। ताज़ा सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में कोविड-19 से होने वाली मौतों में भी बुजुर्गों की संख्या सबसे ज्यादा है। यहां कोरोना से मरने वालों में 50 फीसदी लोग बुजुर्ग हैं। इसमें 73 फीसदी ऐसे बुजुर्ग शामिल हैं जो पहले से ही किसी अन्य बीमारी के कारण अस्वस्थ थे।
कोरोना से मरने वालों में 60-74 की उम्र के 38 फीसदी लोग
सरकार के आंकड़ों मुताबिक, कोरोना वायरस संक्रमण से मरने वालों मरीजों में 38 फीसदी लोग ऐसे हैं, जिनकी उम्र 60-74 के बीच है और ये लोग देश की कुल जनसंख्या का आठ फीसदी है। वहीं, वायरस से मरने वाले मरीजों में 12 फीसदी लोग ऐसे हैं जिनकी उम्र 74 या इससे पार है। देश में अब तक कोरोना संक्रण से कुल मौतों का आंकड़ा 5815 पहुंच गया है और कुल संक्रमित मामलों की संख्या दो लाख के पार चली गई है। बता दें कि कोरोना से होने वाली इन मौतों का आंकड़ा केंद्र सरकार ने जारी किया है।
कोरोना से मृत्युदर दुनिया के बाकी देशों के मुकाबले काफी कम
भारत के कोरोना प्रभावित देशों की सूची में सातवें नंबर पर आने को लेकर सवाल पूछे जाने पर स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि देश में कोरोना मरीजों की संख्या को कुल जनसंख्या से अलग हटाकर नहीं देखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि हमारे देश में कोरोना से मृत्युदर 2.82 फीसदी है जो दुनिया के बाकी देशों के मुकाबले काफी कम है। वैश्विक नजरिए से देखा जाए तो दुनिया में कोरोना की मृत्युदर 6.13 फीसदी है।
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लव अग्रवाल ने आगे कहा कि देश में मृत्युदर इसलिए कम है, क्योंकि समय पर संक्रमित मामलों की पहचान की गई और उनका अच्छी सुविधाओं के साथ इलाज किया गया। उन्होंने बताया कि देश में एक लाख लोगों पर कोविड-19 की मृत्युदर 0.41 फीसदी है, जबकि यही मृत्युदर विश्व में 4.9 फीसदी है। बता दें, कोरोना से पूरी दुनिया में अब तक 3 लाख 80 हजार 331 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, 27 लाख से ज्यादा मरीज इससे रिकवर हुए हैं।