पिछले कुछ समय से दिल्ली के बॉर्डरों पर चल रहे किसान आंदोलन में अब किसानों के साथ-साथ विपक्ष की पार्टियां भी मैदान में उतर गई है। प्रमुख राजनीतिक दल कांग्रेस से लेकर कई अन्य विपक्षी पार्टियां भारत सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है। वहीं, इस बीच केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने सोमवार को किसान यूनियन पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि किसान यूनियन के पास कोई प्रस्ताव नहीं है, इसलिए वो चर्चा करने के लिए नहीं आ रहे हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत सरकार किसान यूनियन के साथ चर्चा करने के लिए हमेशा तैयार है।
किसानों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे राहुल गांधी
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को गांव, गरीबी, खेती व किसान के बारे में कोई अनुभव और दर्द नहीं है। राहुल गांधी को सोचना चाहिए कि जब आपने अपने घोषणा-पत्र में इन्हीं कानूनों (कृषि कानूनों) को लाने के लिए कहा था तो आप उस समय झूठ बोल रहे थे या आज झूठ बोल रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि राहुल गांधी किसानों को गुमराह करने और देश में अराजकता का वातावरण बनाने की कोशिश ना करें। उनकी इन्हीं आदतों और ऐसी हल्की समझ की वजह से वो कांग्रेस में भी सर्वमान्य नेता नहीं रहे।
बता दें कि केंद्र सरकार कई बार संयुक्त किसान यूनियन से नए कानूनों पर विस्तार से चर्चा करने के लिए कह चुकी है। लेकिन किसान यूनियन सरकार से चर्चा करने से दूर भाग रहा है। कुछ समय पहले सरकार ने नये कानूनों को एक से डेढ़ साल तक होल्ड पर रखने की बात भी किसान यूनियन से कही थी। हालांकि, इसके बाद भी किसान यूनियन सरकार से वार्ता करने को कतई तैयार नहीं है। वहीं सरकार का कहना है कि नए कृषि कानूनों में अगर कोई ऐसा प्रावधान है, जिससे किसानों को परेशानी है तो सरकार उस पर खुले मन से चर्चा करने के लिए तैयार है।
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