नकली जीरा बन सकता है स्टोन और कैंसर का कारण, जानें असली-नकली जीरे की पहचान

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आज के समय में शुद्धता महज एक छलावा बनकर रह गई हैं। दिनों दिन खाने की चीजों में मिलावट करते हुए कई गिरोह पकड़े जा रहे हैं। हाल के दिनों में नकली जीरे बनाने के कारखानों पर छापे मारे गए हैं, जिसमें कई लोग गिरफ्तार हुए हैं। नकली जीरा जंगली घास, गुड़ का शीरा और पत्थर का पाउडर को मिलाकर तैयार किया जाता है। यह जीरा हमारी सेहत के लिए बहुत ही खतरनाक साबित होता है। इसके सेवन से न केवल स्टोन का खतरा है, साथ ही इसके लगातार सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती जाती है। कभी—कभी यह कैंसर जैसी घातक बीमारी का कारण भी बन जाता है।

ये तत्व प्रचुर मात्रा में मौजूद

जीरा में आयरन, कॉपर, पोटैशियम, मैगनीज, कैल्शियम, जिंक जैसे मिनरल्स का अच्छा स्रोत है। यह एंटी-ऑक्सिडेंट और फाइबर का बेहतरीन स्रोत है। इसमें विटामिन ई, ए, सी और बी—कॉम्प्लेक्स विटामिन प्रचुर मात्रा में मौजूद होते हैं। हम अक्सर रायता, छाछ, सूप, सब्जी आदि में जीरे का इस्तेमाल करते हैं।

जीरे और गुड़ का काढ़ा बनाना

एक बर्तन में 2 कप पानी, एक चम्मच जीरा और एक छोटी ढेली गुड़ की लें। अब इन्हें अच्छी तरह उबाल लें। उबालने के बाद इस पानी को कप में निकाल लें। इसे रोज सबुह खाली पेट सेवन करने से सेहत में काफी लाभ मिलेगा।

जीरा हमें कई बीमारियों से बचाता है

भारतीय रसोई में मिलने वाले मसालों में जीरा काफी महत्वपूर्ण मसाला है। जीरे का इस्तेमाल सब्जी छौंकने में होता है, साथ ही इसे तवे पर भुनकर भी प्रयोग किया जाता है। जीरा हमारी सेहत के लिए काफी फायदेमंद है।

सिरदर्द से छुटकारा

यदि आपको बार—बार सिरदर्द की शिकायत रहती है तो जीरे का पानी और गुड़ का पानी पीने से सिरदर्द में जल्द आराम मिलता है।

पेट की हर तकलीफ का इलाज

जीरा पाचन क्रिया को बेहतर रखने में सहायक होता है। जीरे के साथ गुड़ का सेवन करने से पेट की तकलीफ दूर हो जाती है। इनको भिगोकर इनके पानी का सेवन करने से कब्ज, गैस, अपच, पेट का फूलना और पेट दर्द जैसी तकलीफों में राहत मिलती है। जीरे को तवे पर भुनकर छाछ में डालकर सेवन करने से भी पेट की समस्या में आराम मिलता है।

जीरे में मौजूद आयरन और कैल्श‍ियम की प्रचुर मात्रा गर्भवती महिलाओं के लिए फायदेमंद है।

इसके सेवन से व्यक्ति अपना वजन कम कर सकता है। यह शरीर से फैट और कॉलेस्ट्रोल को कम करने में मददगार है। एक गिलास गर्म दूध में एक छोटी चम्मच जीरा और स्वाद के लिए शहद मिलाकर पीने से शारीरिक कमजोरी दूर होती है।

जीरे के सेवन से एनीमिया से पीड़ित लोगों के लिए काफी फायदेमंद है क्योंकि इसमें प्रचुर मात्रा में आयरन मौजूद है। इसके सेवन से एनीमिया के साथ ही थकान और तनाव को कम किया जा सकता है।

इसमें मौजूद कैल्शियम हमारी हड्डियों को मजबूती प्रदान करता है। यही नही इसमें मौजूद विटामिन ए और बी 12 ऑस्ट‍ियोपोरोसिस से लड़ने में मदद करते हैं।

जीरा याददाश्त बढ़ाने में भी बहुत फायदेमंद माना जाता है, क्योंकि इसमें एंटी-ऑक्स‍िडेंट मौजूद होते हैं। इसलिए रोजाना आधी छोटी चम्मच जीरे जरूर चबाएं। जिन्हें नींद नहीं आती है वे लोग पके केले को मसल कर उसमें भुना जीरा डालकर खाएं। इससे अच्छी नींद आएगी।

ऐसे बनाते हैं नकली जीरा

नकली जीरा बनाने वाले लोग एक खास प्रकार की घास का उपयोग करते है। उसे गुड़ के पानी में मिलाकर सुखाया जाता हैं। इसकी वजह से घास का रंग जीरे के जैसा हो जाता है। इस नकली जीरे में चमक लाने के लिए और उसे कठोर बनाने के लिए पत्थर का पाउडर में मिलाया जाता है। गुजरात और राजस्थान में नकली जीरे का कारोबार कई महीनों से चल रहा है। वहां पिछले कुछ महीनों में नकली जीरे की कई खेप पकड़ी गई हैं। दूसरे देशों को भी यह जीरा भेजा जा रहा है।

इस तरह करें नकली जीरे की पहचान

असली और नकली जीरे में आपको देखने से फर्क नजर नहीं आएगा। इसके लिए आप एक बर्तन में पानी लें और उसमें जीरे को डाल दें। नकली जीरा कुछ समय बाद पानी में गलने लगता है। इससे उसका रंग निकलने लगता है और वह टूटने लगता है। वहीं असली जीरा पानी में डालने के बाद भी वैसा ही रहता है।

 

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