चीन में फैले हुए खतरनाक ‘कोरोना वायरस’ की वजह से सैकडों लोगों की मौत हो चुकी है। दूसरी तरफ इस वायरस की वजह से चीन को कई बिलियन डॉलर का नुकसान भी उठाना पड़ा है। अगर आने वाले दिनों में भी हालात नियंत्रण में नहीं हुए तो अन्य देशों की अर्थव्यवस्था पर भी इसका विपरीत असर पडने की पूरी संभावना है।
दुनिया की दूसरी बड़ी अर्थव्यवस्था चीन की-
गौरतलब है कि चीन दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। इस गंभीर बीमारी की वजह से चीन में सभी सेक्टरों पर विपरीत असर पडा है और चीन को कई बिलियन डॉलर का नुकसान भी उठाना पड़ा है। दुनिया के अन्य देशों के व्यापार चीन से किसी न किसी तरह से संबंधित हैं इसलिए चीन में अर्थव्यवस्था को पहुंचे नुकसान का असर दूसरे देशों में भी देखने को मिल सकता है।
पर्यटन व्यवसाय पूरी तरह चौपट-
कोरोना वायरस बीमारी की वजह से चीन के पर्यटन व्यवसाय की कमर पूरी तरह टूट चुकी है। दुनिया के कई देशों के पर्यटक रोज चीन आते रहते हैं और जब से इस बीमारी ने विकराल रूप लिया है तब से दूसरे देशों के पर्यटकों ने आना बंद कर दिया है और जो चीन में हैं वो जल्दी निकलना चाहते हैं। इसके अलावा भारत,अमेरिका, पाकिस्तान जैसे देशों के नागरिक भी अपनी पढाई या व्यवसाय की वजह से चीन में रह रहे हैं जो अब अपने देश की तरफ वापसी के लिए मजबूर हो रहे हैं।
चीन के ये सेक्टर भी प्रभावित-
चीन में पर्यटन कारोबार के साथ मनोरंजन सेक्टर,मेडिकल,स्टील,मशीनरी,मोबाइल,ट्रांसपोर्ट और यहां तक की चीन का शेयर बाजार भी पूरी तरह प्रभावित हुआ है। इन सेक्टरों पर विपरीत असर पडने से अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान हुआ है और आने वाले दिनों स्थिति और भी बिगड सकती है।
भारत पर भी असर-
चीन में फैल रही इस बीमारी का बुरा असर भारत की अर्थव्यवस्था पर भी आने वाले दिनों में देखने को मिल सकता है। अगले एक सप्ताह में अगर चीन में इस स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो भारत में दवा,मोबाइल आदि सेक्टरों में आयात व निर्यात पर विपरीत प्रभाव पड सकता है।
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पहले सार्स बीमारी से हुआ था नुकसान-
इससे पहले सन 2002-2003 में ‘सार्स’ नामक गंभीर बीमारी से चीन की अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान उठाना पडा था। इस महामारी के कारण अन्य देशों की अर्थव्यवस्था भी प्रभावित हुई थी।