देश के सबसे बड़े साहित्य कुंभ जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल का आगाज 24 जनवरी से होने जा रहा है। 5 दिनों तक चलने वाले इस साहित्य मेले में देश के अलावा दुनियाभर के साहित्यकार हर साल शिरकत करते हैं। फेस्टिवल की रौनक बढ़ाने वाले दुनियाभर के मशहूर साहित्यकार और वक्ताओं को सुनने साहित्य प्रेमी यहां उमड़ते हैं। अगर जनवरी के अंतिम सप्ताह में आप जयपुर में हैं या जाने का सोच रहे हैं तो जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल जरूर होकर आएं।
जेएलएफ केवल साहित्य प्रेमियों के लिए ही नहीं बल्कि घूमने-फिरने और खाने-पीने का शौक रखने वालों के लिए भी पसंदीदा जगह बनता जा रहा है। आइए आपको बताते हैं कैसे लुत्फ उठाएं इस बार जेएलएफ का।
अपनी पसंद के सेशन चुन कर टाइम मैनेजमेंट करें
लिटरेचर फेस्ट के पहले दिन ही आप वहां काउंटर से पाचों दिनों का शेड्यूल चार्ट ले सकते हैं। जेएलएफ में पांचों दिन अलग-अलग जगहों पर सेशन चलते हैं। ऐसे में आप शेड्यूल चार्ट की मदद से अपने पसंदीदा स्पीकर्स का सेशन टाइम पता कर टाइम मैनेजमेंट कर सकते हैं। वहीं बाकी बचे हुए समय में आप घूम सकते हैं।
घूमने का मजा यहां ले सकते हैं
लिटरेचर फेस्टिवल काफी सालों से होटल डिग्गी पैलेस में ही होता आ रहा है। ऐसे में आप यहां से जयपुर जू, जलमहल, आमेर फोर्ट, नाहरढ़ फोर्ट, जयगढ़ फोर्ट, गोविंद देवजी मंदिर और हवामहल जैसी जगहों पर घूमने जा सकते हैं।
खाने के शौकीन लोगों के लिए परफेक्ट जगह
जो लोग नई चीजें खाने-पीने का शौक रखते हैं वो लिटरेचर फेस्टिवल में खूब इंजॉय कर सकते हैं। यहां की स्टालों में आपको हर तरह के फूड और राजस्थानी जायका मिल जाएगा। इसके अलावा आप शाम में राजस्थानी खाने के लिए मशहूर चौखी ढाणी भी जा सकते हैं।
शॉपिंग
जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में स्पीकर्स के सेशन के साथ-साथ एक फेस्टिवल बाजार भी यहां हर साल सजाया जाता है। बाजार में दुनियाभर के कारीगरों की रचनाएं और प्रदर्शनी लगाई जाती है। फेस्टिवल में ज्वैलरी, स्टेशनरी, कपड़े व अन्य चीजें मिलती है। इसके अलावा बापू बाजार, नेहरू बाजार, कटला और लालजी सांड का रास्ता घूम कर आ सकते हैं जहां खरीददारी का अलग ही मजा है।
मनोरंजन
राजस्थान टूरिज्म हर साल फेस्टिवल में तरह-तरह के इवेंट्स आयोजित करवाता है। जेएलएफ के दौरान होने वाले इवेंट्स जवाहर कला केंद्र और आमेर में आयोजित होते हैं।