पश्चिम बंगाल समेत चार राज्यों व एक केंद्र शासित प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर भारत निर्वाचन आयोग ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। चुनाव आयोग ने मंगलवार को केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला के साथ बैठक की। आयोग के मुख्यालय निर्वाचन सदन में आयोजित बैठक में चुनावों के दौरान केंद्रीय सुरक्षा बलों की आवश्यकता और उपलब्धता को भी लेकर चर्चा की गई। आयोग ने बताया कि पश्चिम बंगाल, असम, तमिलनाडु और केरल के साथ केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की उपलब्धता के अलावा कई अन्य मुद्दों पर बात की गई।
मौजूदा सरकारों के कार्यकाल मई और जून में हो रहे खत्म
बता दें कि पश्चिम बंगाल, असम, तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी में मौजूदा सरकारों के कार्यकाल इस साल मई और जून में खत्म हो रहा है। ऐसे में अप्रैल-मई के दौरान विधानसभा चुनाव कराये जाने की संभावना है। भारत निर्वाचन आयोग ने विधानसभा चुनावों के दौरान कोरोना वायरस महामारी के बढ़ने का खतरा कम करने की भी बात कही है। मतदान के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखकर आयोग इन राज्यों में मतदान केंद्रों पर वोटरों की भीड़ कम से कम रखना चाहता है। इसके लिए मतदान केंद्रों की संख्या बढ़ाई जा सकती है।
गौरतलब है कि साल 2020 में अक्टूबर-नंवबर महीने में आयोजित बिहार विधानसभा चुनावों के दौरान भी अतिरिक्त मतदान केंद्र बनाए गए थे, जिससे हर मतदान केंद्र पर मतदाताओं की संख्या 1200 से घटकर 1000 ही रह गई थी। हालांकि, ज्यादा मतदान केंद्र बनाए जाने पर चुनाव आयोग को अतिरिक्त चुनाव स्टाफ व सुरक्षा बलों को तैनात करना पड़ता है। इस बात को ध्यान में रखकर ही मंगलवार को बैठक में चर्चा की गई।
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