भारत में एनीमिया पीड़ितों की संख्या में आई कमी, जानिए कैसे करें बचाव

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मानव शरीर में हीमोग्लोबिन ऑक्सीजन का वाहक होता है और इसकी कमी से हमारे शरीर में कई बीमारियां पैदा होती हैं, जिसकी वजह से शरीर को कमजोरी भी महसूस होती है। जब शरीर में कमजोरी आती है तो थकान महसूस होती है और किसी काम में मन नहीं लगता है। एक स्वस्थ पुरुष में हीमोग्लोबिन का स्तर 13.5 और महिला में 12 से कम होने पर शरीर में रक्त कमी मानी जाती है। वहीं इससे कम 07 का स्तर तो ‘एनीमिया’ की वजह बनता है।

भारत में गंभीर रूप से एनीमिया से पीड़ित दुनिया के एक-चौथाई और दक्षिण एशिया के 75 प्रतिशत लोग हैं। जो स्वास्थ्य से संबंधित चिंता का गंभीर और चुनौतीपूर्ण मामला है।

हेल्थ मैनेजमेंट इन्फॉर्मेशन सिस्टम ऑफ इंडिया द्वारा की गई एक स्टडी से मालूम चला है कि पिछले करीब एक दशक में भारत में एनीमिया से पीड़ित गंभीर मामलों में 7.8 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। वर्ष 2008-09 में गंभीर एनीमिया के 11.3 फीसदी मामलों की तुलना में वर्ष 2017-18 में इसके 3.29 फीसदी मामले ही सामने आए हैं। वहीं केरल, नागालैंड, हिमाचल प्रदेश और गोवा जैसे राज्यों में गंभीर एनीमिया के सिर्फ दो फीसदी मामले देखे गए हैं। बिहार में पिछले दस वर्षों के अंतराल में गंभीर एनीमिया के मामले 10.6 प्रतिशत से कम होकर 3.1 प्रतिशत पर पहुंच गए। इसी तरह, हरियाणा में भी यह आंकड़ा 12.3 प्रतिशत से गिरकर 4.9 प्रतिशत के स्तर पर पहुंच गया।

तो आइए जानते हैं एनीमिया के बारे में और इससे बचाव के लिए क्या उपाय करें—

क्या है एनीमिया

शरीर में आयरन एक आवश्यक खनिज है और इसकी कमी होने से रक्त में पर्याप्त स्वस्थ लाल रक्त कोशिकाएं नहीं बन पाती है। उन लाल रक्त कोशिकाओं में हीमोग्लोबिन होता है, जो लोहे से भरपूर प्रोटीन होता है जो फेफड़ों से ऑक्सीजन को शरीर के ऊतकों तक पहुंचाता है। शरीर में आयरन की कमी होना ही एनीमिया है।

एनीमिया के लक्षण

  • त्वचा का पीला दिखना।
  • जीभ, नाखूनों एवं पलकों के अंदर सफेदी।
  • थकान और कमजोरी महसूस करना।
  • चक्कर आना।
  • सांस फूलना।
  • हृदयगति का तेज होना।
  • चेहरे एवं पैरों पर सूजन दिखाई देना।

एनीमिया से बचाव के उपाय

  • एनीमिया पीड़ितों को पालक का अधिक सेवन करना चाहिए क्योंकि इसमें कैल्शियम, विटमिन ए, विटमिन बी9, विटमिन ई, विटमिन सी, आयरन, फाइबर, बीटा कैरोटीन आदि पोषक तत्व होते है जो शरीर को स्वस्थ रखते हैं।
  • भोजन में सोयाबीन को भी शामिल करें। इसमें आयरन और प्रोटीन से युक्त होता है और लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण करने में मदद करता है।
  • चुकंदर में आयरन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। यह लाल रक्त कोशिकाओं को स्वस्थ रखने में मदद करता है और दोबारा सक्रिय बनाता है।
  • टमाटर में विटमिन सी और लाइकोपीन होता है जो आयरन का अवशोषण करने में मदद करता है।
  • अंडे में प्रोटीन और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो शरीर में विटामिन की कमी को पूरा करने में मदद करते हैं।
  • अनार में भी विटमिन सी और आयरन की मात्रा अच्छी होती है। यह शरीर के रक्त प्रवाह और एनीमिया के लक्षणों जैसे थकान, चक्कर आने की परेशानियों को दूर करता है।
  • साबुत अनाज आयरन युक्त होते हैं जिससे ये हमारे शरीर में आयरन कमी को पूरा करने के लिए प्रभावी होते हैं।
  • सीफूड जैसे मछली आयरन से भरपूर होती है और एनीमिया से लड़ने में मददगार साबित होती है।
  • शहद कॉपर और मैग्नीशियम से भरपूर द्रव पदार्थ है जो शरीर में हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है। शहद को नींबू पानी के साथ पीने एनीमिया से पीड़ित लोगों के लिए फायदेमंद होता है।
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