केंद्र शासित प्रदेश दादरा और नगर हवेली के सांसद मोहन भाई सांजीभाई डेलकर का मुंबई के एक होटल में सोमवार को शव मिलने से सनसनी फैल गई है। मरीन ड्राइव स्थित होटल में डेलकर के शव मिलने की सूचना मिलते ही मुंबई पुलिस अधिकारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और मामले की जांच शुरू कर दी। सांसद मोहन डेलकर की मौत की वजह जानने के लिए उनका शव पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया गया है। इसके साथ ही पुलिस होटल की सीसीटीवी रिकॉर्डिंग भी खंगाल रही है।
सात बार के सांसद हैं मोहन डेलकर
जानकारी के अनुसार, दादरा और नागर हवेली से सांसद 58 वर्ष के मोहन डेलकर का शव दक्षिणी मुंबई के मरीन ड्राइव स्थित एक होटल में मिला। एक पुलिस अधिकारी ने निर्दलीय सांसद के शव के पास से गुजराती में लिखा एक सुसाइड नोट मिलने की खबरों पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। डेलकर अब तक सात बार सांसद रहे चुके थे। वह मई 2019 में अपने संसदीय क्षेत्र से सातवीं बार निर्वाचित होकर संसद पहुंचे थे। डेलकर कार्मिक, लोक शिकायत, विधि एवं न्याय मामलों संबंधी लोकसभा की स्थायी समिति के सदस्य थे। इसके अलावा वह गृह मंत्रालय संबंधी निम्न सदन की सलाहकार समिति के भी सदस्य थे।
वर्ष 1989 में पहली बार कांग्रेस के टिकट पर जीते थे चुनाव
वर्ष 1962 में सिलवासा जन्मे मोहन एस. डेलकर दादरा एंड नागर हवेली से निर्दलीय सांसद चुने गए थे। उनके परिवार में उनकी पत्नी और एक बेटा है। बता दें कि डेलकर चुनाव लड़ने से पहले सिलवासा में ट्रेड यूनियन लीडर थे। मोहन डेलकर वर्ष 1989 में पहली बार दादरा और नगर हवेली से कांग्रेस के टिकट पर नौवीं लोकसभा के लिए चुने गए थे। उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र दादरा एंड नगर हवेली से लगातार छह चुनाव जीते। जानकारी के मुताबिक, मुंबई पुलिस को जांच में मौके से कोई संदिग्ध चीज बरामद नहीं हुई है। प्राथमिक जांच के बाद पुलिस सांसद डेलकर की मौत को सुसाइड मान रही है।
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