देश में कोरोना वायरस संक्रमितों की बढ़ती संख्या के बीच लोगों के लिए हवाई यात्रा को लेकर एक राहत की खबर है। जानकारी के अनुसार, देश की सभी विमानन कंपनियां अब 31 मई, 2021 तक किराया नहीं बढ़ा पाएंगी। नागरिक विमानन मंत्रालय ने कहा कि घरेलू उड़ानों पर किराया कैप 31 मई तक जारी रहेगा। मालूम हो कि कोरोना के प्रकोप को ध्यान में रखते हुए विमानन मंत्रालय ने यात्रियों को भारी कीमत से बचाने के लिए घरेलू विमान सेवा पर कैप लागू किया था।
इसके अलावा मंत्रालय ने 26 अप्रैल को जारी किए अपने एक बयान में यह भी कहा कि एयरलाइन की क्षमता 80 प्रतिशत पर कैप अगले महीने के अंत तक भी बरकरार रखी जाएगी। बता दें, यह आदेश तब आया जब विमानन कंपनियों ने सरकार से 60 प्रतिशत तक क्षमता कम करने की अपील की थी, क्योंकि कोविड-19 के बढ़ते मामलों के कारण बुकिंग में कमी आ गई।
सरकार ने मौजूदा स्थिति को देखते हुए उठाया कदम
नागर विमानन प्राधिकरण के एक हालिया बयान में कहा गया है कि यह नया कदम देश में कोरोना महामारी की मौजूदा स्थिति को देखते हुए उठाया गया है। इससे पहले नागर विमानन नियामक ने ग्रीष्मकालीन शेड्यूल के लिए 108 हवाई अड्डों से प्रति सप्ताह 18,843 उड़ानों को मंजूरी दी थी, जो मार्च के आखिरी रविवार से शुरू हुई और अक्टूबर के आखिरी रविवार को समाप्त होगी।
इस महीने विमानन कंपनियों को उठाना पड़ सकता है नुकसान
आपको बता दें कि यात्रिओं की बढ़ती संख्या के कारण जनवरी माह से थोड़ी रिकवरी हो रही थी, लेकिन इस महीने विमानन कंपनियों को काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है। फरवरी के पहले जो कम से कम किराया तय किया गया था, उसमें फरवरी में 10 फीसदी से 30 फीसदी की बढ़ोतरी की गई थी। नए प्राइस बैंड के मुताबिक, दिल्ली-मुंबई रूट पर इकोनॉमी क्लास में एक ओर का किराया 3,900-13,000 रुपये के बीच में तय किया गया। पहले यह 3,500-10,000 रुपये की रेंज में था।
गौरतलब है कि नागरिक विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने फरवरी माह में कहा था, ‘न्यूनतम और अधिकतम किराया एक असाधारण कदम था, जो असाधारण परिस्थिति में उठाया गया था। ऐसा इसलिए किया गया था ताकि सीमित उपलब्धता के कारण हवाई किराए में बेतहाशा बढ़ोतरी न हो जाए। प्राइस बैंड को परमानेंट रखने का हमारा कोई इरादा नहीं है।’
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