देश में कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों का रिकवरी रेट बढ़ा है, जो इस बात के संकेत है कि भारत इससे लड़ाई में सफलता की ओर बढ़ रहा है। दरअसल, स्वास्थ्य मंत्रालय व गृह मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में गुरुवार को कोरोना वायरस को लेकर नई जानकारियां दीं। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि पिछले 24 घंटे में 630 लोग ठीक हुए हैं और कुल रिकवरी रेट 25.19 फीसदी हो गया है।
भारत में कोरोना मृत्यु दर 3.2 फीसदी
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि पिछले 24 घंटे में 1718 नए केस आए हैं, कुल संक्रमितों की संख्या 33050 तक पहुंच गई है। फिलहाल कुल 23651 सक्रिय मामले हैं, 24 घंटे में 630 लोग ठीक हुए हैं। कुल रिकवरी रेट 25.19 फीसदी है, 14 दिन पहले यह 13 फीसदी था, जिनकी मौत हुई उनमें से 78 फीसदी में पहले से ही कोई रोग था। मृत्यु दर 3.2 फीसदी पाई गई है। इनमें से 65 फीसदी पुरुष और 35 फीसदी महिलाएं हैं।
उन्होंने बताया कि डबलिंग रेट 11 दिन का हो गया है, कई राज्य अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। रैपिड टेस्ट की सीमित भूमिका है, आईसीएमआर इसे कोऑर्डिनेट कर रही है। जन-जागरूकता की जरूरत है, समझना जरूरी है कि एंटी बॉडी बनने में समय लगता है। जहां तक टेस्टिंग और उपचार प्रोटोकॉल की बात है, हमें सिर्फ आरटीपी-सीआर टेस्ट ही करने होंगे।
लॉकडाउन: फंसे हुए लोगों के लिए नई गाइडलाइन जारी, छात्र-मजदूर घर जा सकेंगे
मरीजों को एंबुलेंस से घर भेजा जाता है: गृह मंत्रालय
गृह मंत्रालय ने कहा अभी तक के निर्देशों के मुताबिक, दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों और छात्रों को ले जाने के लिए बसों का इस्तेमाल किया जाएगा। केंद्रीय टीम ने हैदराबाद का दौरा किया और पाया कि यहां सभी प्रोटोकॉल का पालन हो रहा है। यहां 300 टेस्ट प्रतिदिन करने की सुविधा है, मरीजों को एंबुलेंस के जरिए घर भेजा जाता है। टीम ने अधिकांश स्थानों पर लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन भी सही पाया।