एमपी में बुधवार को लॉकडाउन तोडने के आरोप में कांग्रेस के दो विधायकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दोनों विधायकों की तुरंत रिहाई की मांग की है वहीं इसे तानाशाहीपूर्ण व दमनकारी कदम भी बताया है।
मजदूरों की समस्या को लेकर निकालना चाहते थे पदयात्रा
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार तराना क्षेत्र के विधायक महेश परमार व रतलाम जिले के आलोट क्षेत्र के विधायक मनोज चावला मजदूरों की समस्या के मामले को लेकर उज्जैन से भोपाल तक की पदयात्रा निकालना चाहते थे।
नहीं माने कांग्रेस विधायक व धरने पर बैठ गए
जानकारी के अनुसार दोनों विधायक उज्जैन से पैदल यात्रा पर भोपाल पहुंचकर राज्यपाल से मिलकर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन देना चाहते थे और बुधवार सुबह उज्जैन महाकाल के शिखर दर्शन के बाद जब दोनों विधायक अन्य कांग्रेस नेताओं के साथ जैसे ही आगे बढ़े तो पुलिस ने उन्हें काफी समझाया लेकिन कांग्रेस विधायक व नेता नहीं और सड़क पर धरना प्रदर्शन करने लगे जिसके बाद पुलिस ने सभी को शांति भंग व लॉकडाउन उल्लंघन मामले में गिरफ्तार कर भैरवगढ़ जेल भेज दिया। इधर जानकारी मिली है कि जमानत को लेकर भी बुधवार शाम तक हंगामे की स्थिति बनी रही।
कमलनाथ ने शिवराज सरकार को घेरा, दिया यह बयान
इधर कांग्रेस के दोनों विधायकों की गिरफ्तारी के बाद पूर्व सीएम कमलनाथ ने भाजपा की शिवराज सिंह सरकार पर आरोप लगाए हैं। कमलनाथ ने ट्वीट कर इस घटना के बारे में जानकारी देते हुए कहा है कि शांतिपूर्ण ढंग से पदयात्रा पर निकले कांग्रेस के दो विधायक साथी महेश परमार व मनोज चावला को गिरफ़्तार कर जेल भेजने का यह कृत्य लोकतांत्रिक मूल्यों का हनन करता है और कमलनाथ ने इसे तानाशाही व दमनकारी पूर्ण कदम बताया है और विधायकों को तुरंत रिहा कर किसानों व मज़दूरों की समस्याओं के समाधान की मांग की है।