मिसअंडरस्टैडिंग : बात करेंगे तो ही बात बनेगी

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‘कम्युनिकेशन गैप’ यह शब्द आपने कई बार सुना होगा। क्या आपने कभी इसे महसूस किया, यदि जवाब ‘हां’ है तो आप जानते होंगे कि इससे कितनी समस्या होती है और यदि जवाब ‘नहीं’ है तो या तो आप बहुत हैप्पी फेज में हैं या फिर आप समस्याओं को समझने की कोशिश नहीं कर रहे हैं। जब दो व्यक्तियों के बीच संवाद की स्थिति खत्म हो जाती है तो इसे ही ‘कम्युनिकेशन गैप’ कहते हैं। कहने को तो यह दो शब्द हैं लेकिन इनका किसी भी रिश्ते में होना बहुत की खतरनाक है। इसके कारण हमेशा जो सबसे बड़ी समस्या पैदा होती है वह है ‘मिसअंडरस्टैडिंग’।

दरअसल जब दो लोगों के बीच संवाद खत्म होता है तो कई गलत बातें दिमाग में घर कर जाती हैं। जैसे एक छोटा सा उदाहरण देखते हैं। जब आपका साथी आपको बहुत देर तक कॉल नहीं करता या मैसेज का जवाब नहीं देता तो आप ना जाने कितनी बातें इस दरम्यिान सोच लेते हैं। आप अपने रिश्ते को अलग ही दिशा में ले जाते हैं। गुस्सा आप पर हावी होने लगता है, आप सोचने समझने की शक्ति खोने लगते हैं। फिर जब आपकी अपने साथी से बात होती है और वह बात न कर पाने का कोई स्वाभाविक कारण बताता है तो आपको पछतावा होता है कि आपने बिना बात ही इतनी बातें सोच ली।

यह एक बहुत छोटा सा उदाहरण था यह समझने के लिए कि जब बातचीत नहीं होती तो कितनी समस्या हो सकती है। अब दूसरी बात आती है कि यह स्थिति क्यों पैदा होती है? इसके पीछे मुख्य रूप से तीन कारण हो सकते हैं एक तो आप पहल नहीं करना चाहते, दूसरा आप गुस्से को रिश्तों के उपर जगह देते हैं और तीसरा आप समझ ही नहीं पा रहे कि बात ना करने से कितनी परेशानी बढ़ रही है।

कोशिश करें कि आप हमेशा अपने लोगों से संवाद की स्थिति बनाए रखें। लबें समय तक किसी भी रिश्ते में यदि साइलेंस बनी हुई है तो यह यकीनन आपके रिश्ते को कमजोर कर रही है। भले ही आप कितने ही नाराज हों लेकिन अपने ईगो को साइड में रखते हुए अपनी बात को रखने की कोशिश करिए साथ ही सामने वाले को भी समझने की कोशिश करिए। इससे आपकी बहुत सी समस्याएं चंद मिनटों में ठीक हो जाएंगी।

बातें होंगी तो ही गिला शिकवा होंगे और तब ही शिकायतें दूर होंगी, वरना खामोशियां तो बस परेशानियां बढ़ाएंगी…।

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