हास्य अभिनेता असित सेन फिल्मों में काम करने से पहले चलाया करते थे खुद का फोटो स्टूडियो

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हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में चार दशकों तक अपने कमाल के हास्य अभिनय से दर्शकों के दिलों पर राज करने वाले कॉमेडी किंग असित सेन की 13 मई को 106वीं बर्थ एनिवर्सरी है। उन्होंने 200 से अधिक बॉलीवुड फिल्मों में हास्य और चरित्र अभिनेता का किरदार निभाया था। असित ने अपनी अदाकारी से हिंदी फिल्मों में अपनी एक अलग पहचान बनाईं। हालांकि, वे किस्मत से ही फिल्मों में आए थे। उन्होंने सोचा भी नहीं था कि वह कभी फिल्मों में अभिनय करेंगे। इस खास मौके पर जानिए अभिनेता असित सेन के बारे में कुछ रोचक बातें…

अभिनेता असित सेन का जीवन परिचय

अभिनेता असित सेन का जन्म 13 मई, 1917 को उत्तरप्रदेश के गोरखपुर में हुआ था। उन्हें उनकी सरलता और शानदार अभिनय के लिए जाना जाता है। असित ने गोरखपुर से ही बॉलीवुड का सफर शुरू किया। इसके पहले तक वह उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में ही अपना एक स्टूडियो ‘सेन फोटो स्टूडियो’ चलाया करते थे।

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फोटोग्राफी के शौक की वजह से खोला था स्टूडियो

असित सेन को फिल्मी दुनिया में आने से पहले फोटोग्राफी का जबरदस्त शौक था। इसलिए उन्होंने अपने गृहनगर गोरखपुर में सेन फोटो स्टूडियो के नाम से स्टूडियो खोला। इस दौरान ही उन्हें दुर्गाबाड़ी में बांग्ला नाटकों में अभिनय करने का मौका मिला। उनकी शादी कोलकाता की रहने वाली मुकुल सेन से हुई थी। वर्ष 1950 में वह अपने ससुराल चले गए और वहां एक नाटक कंपनी में उन्हें रोल मिल गया। जब यह नाटक प्ले हो रहा था, तब दर्शक दीर्घा में बैठे फिल्म निर्देशक विमल रॉय को उनके अभिनय ने खासा प्रभावित किया। यहीं से रॉय उन्हें मुंबई ले आए। असित के बारे में एक दिलचस्प बात ये है कि घोष कंपनी चौक पर ‘सेन बाबू का हाता’ आज भी उनके नाम से ही जाना जाता है।

बॉलीवुड में फिल्म ’20 साल बाद’ से मिली पहचान

असित सेन को बॉलीवुड में वर्ष 1962 में रिलीज हुई फिल्म ’20 साल बाद’ से बड़ी कामयाबी मिली। इस फिल्म में उन्होंने गोपीचंद जासूस के किरदार को जीवंत बना दिया था। इसके बाद असित ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और उन्होंने एक हास्य व चरित्र अभिनय में नया मुकाम हासिल किया।

वर्ष 1963 में उन्होंने फिल्म ‘चांद और सूरज’ में काम किया। उन्होंने वर्ष 1964 में आई फिल्म ‘परख’ में भांजू बाबू का किरदार निभाया था। इसके बाद असित सेन ने ‘भूत बंगला’, ‘नौनिहाल’, ‘ब्रह्मचारी’, ‘यकीन’, ‘आराधना’, ‘प्यार का मौसम’, वर्ष 1970 में ‘पूरब और पश्चिम’, ‘दुश्मन’, ‘मझली दीदी’, ‘बुड्ढा मिल गया’ जैसी फिल्मों में अभिनय किया। वर्ष 1971 में उन्होंने ‘मेरा गांव मेरा देश’, ‘आनंद’, ‘दूर का राही’, ‘अमर प्रेम’ जैसी फिल्मों में शानदार अभिनय किया।

बॉलीवुड में कई सुपरस्टार के काफी करीबी रहे

असित सेन ने वर्ष 1972 में ‘बॉम्बे टू गोवा’, ‘बालिका वधू’, वर्ष 1976 में ‘बजरंग बली’, वर्ष 1977 में ‘आनंद आश्रम’ सहित 200 से ज्यादा बॉलीवुड फिल्मों में अभिनय किया। इनमें उन्होंने हास्य और चरित्र किरदार निभा कर अपनी अभिनय क्षमता का लोहा मनवाया। असित ने बांग्ला फिल्म ‘अमानुष’ और ‘आनंद आश्रम’, ‘अनुसंधान’ में भी एक्टिंग की थी। उनकी बॉलीवुड में सुपरस्टार अमिताभ बच्चन, जीतेंद्र, राजेश खन्ना, हास्य कलाकार टुनटुन और संजीव कुमार से अच्छी दोस्ती रही और उनके करीबी भी रहे। इनके साथ उन्होंने कई यादगार फिल्मों में काम किया।

पत्नी की मौत के बाद पूरी तरह टूट गए थे असित

अभिनेता असित सेन की पत्नी की तबीयत खराब होने पर उन्हें इलाज के लिए बॉम्बे लेकर आए, लेकिन कुछ ही माह के बाद उनकी मौत हो गई। पत्नी की मौत के बाद असित पूरी तरह टूट गए थे। 18 सितम्बर, 1993 को 76 वर्ष की उम्र में असित सेन का निधन हो गया और इस दुनिया को हमेशा से लिए अलविदा कह गए।

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