मध्यप्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस्तीफा देकर कांग्रेस छोडने से खलबली मची हुई है। इस बीच सिंधिया के एक करीबी नेता ने बडा दावा करते हुए मीडिया में बयान दिया है कि कई महीनों से ज्योतिरादित्य सिंधिया राहुल गांधी से मिलकर बात करना चाह रहे थे लेकिन उन्हें मिलने का समय नहीं दिया गया था। इधर एमपी सरकार पर आए संकट के बीच कांग्रेस के विधायकों को जयपुर लाने की तैयारी की जा रही है।
सिंधिया के करीबी ने दिया है यह बयान
ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबी माने जाने वाले नेता प्रद्योत माणिक्य देब बर्मा ने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा कि उन्हें जानकारी थी कि ज्योतिरादित्य कई महीनों से राहुल गांधी से मिलकर बातचीत करने की कोशिश में थे मगर उन्हें मिलने का समय तक नहीं दिया जा रहा था। देबबर्मा का आरोप है कि अगर राहुल उन्हें सुनना ही नहीं चाहते थे तो पार्टी में क्यों लाया गया।
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फेसबुक पोस्ट में भी किया खुलासा
इधर सिंधिया परिवार के करीबी माने जाने वाले और पूर्व में त्रिपुरा कांग्रेस के अध्यक्ष रहे देब बर्मा ने अपनी फेसबुक पोस्ट में भी इस बात का जिक्र किया है। जिसमें उन्होंने लिखा है कि ” उन्होंने ज्योतिरादित्य से इस मामले में बात की थी और सिंधिया ने मुझे बताया कि उन्होंने काफी इंतजार किया लेकिन उनके द्वारा ‘हमारे’ नेता को कोई समय नहीं दिया गया।
जयपुर में रूक सकते हैं एमपी विधायक
मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार पर आए संकट के बीच कांग्रेस विधायकों को जयपुर भेजने की तैयारी की जा रही है। बताया जा रहा है कि एमपी से 80 विधायक जयपुर के लिए आ रहे हैं। इन्हें जयपुर में दिल्ली रोड स्थित एक फाईव स्टार होटल में ठहराया जा सकता है।