देश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर में लगातार बढ़ते संक्रमण के मामलों से हर कोई चिंतित नज़र आ रहा है। कोरोना की इस दूसरी लहर में संक्रमितों और इससे मरने वालों की संख्या काफी बढ़ गई है। भारत में महामारी से बिगड़ते के हालातों को देखते हुए कई देशों ने मदद पहुंचाना भी शुरू कर दिया है। वहीं, केंद्र सरकार भी महामारी से लड़ने के लिए सभी जरूरी कदम उठाने का प्रयास कर रही है। इसी बीच सरकार ने अब चिकित्सा उपकरणों के आयात को भी मंजूरी दे दी है। जानकारी के अनुसार, केंद्र सरकार ने 17 चिकित्सा उपकरणों के आयात की तीन माह के लिए मंजूरी दे दी। हालांकि, यह मंजूरी कुछ शर्तों के साथ दी गई है।
उत्पादों की बिक्री से पहले जरूरी जानकारी देनी होगी
सरकार की शर्तों के मुताबिक, चिकित्सा उपकरणों के आयातकों को सीमा शुल्क से माल की मंजूरी और घरेलू बाजार में ऐसे उत्पादों की बिक्री से पहले जरूरी जानकारी देनी होगी। केंद्र सरकार द्वारा जिन उपकरणों के आयात को मंजूरी दी गई है उनमें ऑक्सीजन, कन्संट्रेटर्स, ऑक्सीजन जनरेटर, नेबुलाइजर, ऑक्सीजन कैनिस्टर, ऑक्सीजन सिलिंडर और वेंटिलेटर्स शामिल हैं। इस संबंध में खाद्य व उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने आदेश जारी कर दिया। खाद्य व उपभोक्ता मामलों के मंत्री पीयूष गोयल ने एक ट्वीट कर यह जानकारी दी।
बता दें, देश में हर दिन तकरीबन 4 लाख कोरोना संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं, जो बाकी पूरी दुनिया में प्रतिदिन आ रहे संक्रमण के मामलों के लगभग आधे है। सबसे चिंता की बात ये है कि इस बार कोरोना की लहर में कोविड टेस्ट कराने वाले लोगों की रिपोर्ट में संक्रमण की दर पहले के मुकाबले काफी ज्यादा है। साथ ही पिछले साल की तुलना में मौतों की दर भी काफी बढ़ गई है। ऐसे में सरकार अब 1 मई से चौथे चरण का वैक्सिनेशन शुरू करने जा रही है। इसमें 18 साल से अधिक उम्र के लोगों का टीकाकरण किया जाएगा।
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