सीबीएसई ने 10वीं और 12वीं की एक से 15 जुलाई तक होने वाली परीक्षाएं रद्द की

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केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानी सीबीएसई ने 10वीं और 12वीं बोर्ड की एक से 15 जुलाई तक होने वाली परीक्षाएं रद्द कर दी हैं। बता दें कि परीक्षाएं रद्द करने को लेकर कुछ अभिभावकों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। वहीं, तीन राज्यों ने भी कहा था कि प्रदेश में लगातार कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, जिसके चलते परीक्षाएं अभी नहीं कराई जा सकती हैं। इसी को लेकर सुप्रीम कोर्ट गुरुवार को सुनवाई हुई। उच्चतम न्यायालय ने सीबीएसई से पूछा कि क्या परीक्षाएं रद्द की जा सकती हैं?

इस सवाल का सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने सुप्रीम कोर्ट में जानकारी देते हुए कहा कि फिलहाल सीबीएसई ने 10वींं व 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं रद्द कर दी हैं। परीक्षाएं 1 से 15 जुलाई के बीच होनी थी। हालात सामान्य होने पर 12वीं के छात्रों को दोबारा परीक्षा देने का विकल्प मिलेगा।

15 दिनों में बोर्ड की 29 विषयों की परीक्षाएं होनी थीं

आपको जानकारी के लिए बता दें कि देश में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण लागू हुए लॉकडाउन से पहले ही सीबीएसई की परीक्षाएं शुरू हो चुकी थीं। लेकिन जब लॉकडाउन शुरू हुआ तो बाद में परीक्षाओं को स्थगित करना पड़ा। इसके बाद यह तय हुआ कि बाकी की बची हुई परीक्षाएं एक जुलाई से 15 जुलाई तक आयोजित की जाएंगी। 10वीं और 12वीं की कुल 29 परीक्षाएं होनी थीं। इन परीक्षाओं की डेटशीट भी जारी कर दी गई थी। हालांकि, अब कोरोना वायरस संक्रमण के लगातार बढ़ रहे मामलों को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने इन्हें रद्द करने का फैसला लिया है।

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इससे पहले केंद्र सरकार और सीबीएसई ने मंगलवार को उच्चतम न्यायालय से कहा था कि बाहरवीं कक्षा की बाकी बची हुई परीक्षाओं को रद्द करने का फैसला गुरुवार को लिया जाएगा। सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने न्यायमूर्ति एएम खानविलकर की अध्यक्षता वाली पीठ को सूचित करते हुए कहा था कि सरकार और बोर्ड छात्रों की परेशानी से भली-भांति अवगत हैं और अधिकारी इस मुद्दे पर जल्द ही निर्णय लेंगे। मेहता ने पीठ से इस मुद्दे को एक दिन के लिए स्थगित करने का अनुरोध किया और कहा कि वे अधिकारियों द्वारा लिए गए निर्णय के बारे में शीर्ष अदालत को अवगत कराएंगे।

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