केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानि सीबीएसई ने मंगलवार दो फरवरी को कक्षा 10वीं और 12वीं की डेटशीट जारी कर दी। इस बार 10वीं और 12वीं क्लास की परीक्षाएं 4 मई से शुरू होंगी। 4 मई को कक्षा 12वीं का इंग्लिश इलेक्टिव और इंग्लिश कोर का पेपर होगा। वहीं, 10वीं का इंग्लिश लैंग्वेज-लिट्रेचर का पेपर 6 मई को होगा। डेटशीट जारी करते हुए केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने छात्रों से कहा कि मुझे भरोसा है कि आप बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी में जुटे होंगे। हमने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि चार मई से एग्जाम होंगे, आपके पास तैयारी का समय भी मिल गया है। मुझे आशा है कि आप समय का सही उपयोग कर भी रहे होंगे।
कोरोना संबंधी दिशा-निर्देशों के बीच आयोजित की जाएगी परीक्षा
केंद्रीय शिक्षा मंत्री निशंक ने कहा कि सहोदय की सेमिनार में मैंने कहा था कि दो फरवरी से हम विषयवार आपको डेटशीट उपलब्ध करा सकेंगे। इसमें कोशिश की गई है कि विषयवार समय का अंतर हो तो आप अच्छे से तैयारी कर सकें। मेरा हमेशा ध्यान रहता है कि बच्चे किसी तरह मानसिक तनाव का सामना न करें। उन्होंने सभी छात्रों को शुभकामनाएं दीं। आपको जानकारी के लिए बता दें कि सीबीएसई बोर्ड परीक्षाएं कोविड-19 महामारी संबंधी दिशा-निर्देशों के बीच आयोजित की जाएगी। इस दौरान फेस मास्क पहनना जरूरी होगा। इसके अलावा सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन करना होगा। सभी स्कूल 1 मार्च से प्रैक्टिकल एग्जाम आयोजित करेंगे। बोर्ड परीक्षा का परिणाम 15 जुलाई तक घोषित कर देगा।
30 फीसदी तक घटाया गया सिलेबस, क्लास में बैठेंगे 12 छात्र
सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं के पेपर पैटर्न पर परीक्षा नियंत्रक कह चुके हैं कि बोर्ड परीक्षाओं का पेपर पैटर्न बोर्ड द्वारा जारी किए जा चुके सैंपल पेपर की भांति ही होगा। सीबीएसई आगामी बोर्ड परीक्षाओं के लिए अब सिलेबस को संशोधित नहीं करेगा, क्योंकि बोर्ड पहले ही 30 फीसदी सिलेबस इस वर्ष के लिए कम कर चुका है। बोर्ड परीक्षा केंद्रों की संख्या में बढ़ोत्तरी करेगा और परीक्षाएं स्वकेंद्र पर नहीं होंगी।
बता दें कि परीक्षा के दौरान एक कक्षा में सिर्फ 12 छात्रों को ही बैठने की अनुमति होगी ।परीक्षा केंद्रों पर प्रश्न-पत्रों के 3 सेट भेजे जाएंगे। 10वीं कक्षा के लिए 80+20 का फार्मूला लागू रहेगा, जिसमें 80 नंबर थ्योरी व 20 नंबर इंटरनल मूल्यांकन के दिए जाएंगे।
अब 9 मई की बजाय 13 जून को आयोजित होगी क्लैट परीक्षा, CNLU को इसलिए बदलनी पड़ी तिथि