उत्तर प्रदेश के अयोध्या में साल 1992 में हुए बाबरी ढांचा विध्वंस मामले में सीबीआई जल्द अपना फैसला सुनाने जा रही है। जानकारी के अनुसार, न्यायाधीश एस के यादव की विशेष सीबीआई अदालत 30 सितंबर, 2020 को अपना फैसला सुनाएगी। फैसले के दिन न्यायालय ने इस मामले से जुड़े सभी आरोपियों को कोर्ट में उपस्थित रहने का आदेश दिया है। आपको बता दें कि बाबरी ढांचा विध्वंस मामले में सभी 32 आरोपियों ने अपने बयान दर्ज करा दिए हैं। पिछले माह 31 अगस्त तक इस मामले की सुनवाई पूरी हो चुकी थी, और जिसके बाद अब 30 सितंबर को इस केस में फैसला सुनाया जाएगा।
मामले में कई सीनियर नेताओं को बनाया गया आरोपी
उल्लेखनीय है कि वर्ष 1992 के बाबरी ढांचा विध्वंस मामले में भारतीय जनता पार्टी यानि बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, डॉ. मुरली मनोहर जोशी, कल्याण सिंह, उमा भारती, साध्वी ऋतंबरा, पूर्व राज्यसभा सांसद विनय कटियार सहित कई जाने पहचाने लोग आरोपी हैं। इन सभी ने सीबीआई को अपना बयान दर्ज करवाया था और अदालत के बाहर आकर बयान दिया था कि उन्हें मामले में साजिश के तहत फंसाया गया है।
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आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सीबीआई अदालत में अपना बयान दर्ज करवाने आए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास ने कहा था कि उन्हें जानबूझकर राजनीतिक कारणों से इस मामले में फंसाया गया है। करीब 30 साल पुराने इस मामले में अब सभी की नज़रें सीबीआई की विशेष अदालत द्वारा 30 सितंबर को सुनाए जाने वाले फैसले पर हैं।