केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड यानी सीबीडीटी ने समय पर आयकर भरने वाले लाखों करदाताओं को रिफंड दिया है। सीबीडीटी ने एक अप्रैल 2020 से 22 सितंबर 2020 के बीच देश के 32.07 लाख करदाताओं को 1,11,372 करोड़ रुपये से अधिक का रिफंड जारी किया है। आयकर विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, विभाग ने 30,29,681 मामलों में 31,856 करोड़ रुपये का आयकर रिफंड जारी किया। वहीं, 1,76,966 मामलों में 79,517 करोड़ रुपये का कॉरपोरेट टैक्स रिफंड भी दिया गया है।
करदाताओं को आयकर विभाग ने दी बड़ी राहत
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की वजह से उत्पन्न हुए इस संकट काल के समय में करदाताओं के लिए आयकर विभाग द्वारा जारी किया गया ये रिफंड बहुत बड़ी राहत लेकर आया है। आपको बता दें कि आयकर विभाग ने कहा था कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा ‘आत्मनिर्भर भारत योजना’ की घोषणा किए जाने के बाद से रिफंड वापसी की प्रक्रिया को तेज कर दिया गया है। इस साल किसी को भी आयकर विभाग को रिफंड के लिए रिक्वेस्ट नहीं करनी पड़ी। सीबीडीटी ने कहा कि सभी टैक्सपेयर्स तुरंत ही ईमेल का जवाब दें, ताकि जिनको रिफंड नहीं मिल सका है, उन्हें भी इसका लाभ मिल जाए। रिफंड की यह प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन की गई है।
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रिफंड के लिए आपका खाता पैन से जुड़ा होना जरूरी
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि करदाता अपने आयकर रिफंड की मौजूदा स्थिति जानने के लिए आयकर विभाग के ई-फाइलिंग पोर्टल अथवा एनएसडीएल की वेबसाइट पर जा सकते हैं। हालांकि, रिफंड के लिए आपका खाता पैन कार्ड नंबर से जुड़ा होना जरूरी है। मालूम हो आयकर विभाग ने घोषणा की थी कि एक मार्च 2019 से केवल ई-रिफंड ही जारी किया जाएगा। यह केवल उसी बैंक खाते में जमा होगा, जो पैन कार्ड से लिंक है और जिसका विभाग के ई-फाइलिंग पोर्टल पर पूर्व सत्यापन हो चुका है।