केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अपने पश्चिम बंगाल दौरे के दौरान रैलियां कर राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जमकर हमला बोला और साथ ही देश की सुरक्षा को लेकर केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता भी दोहराई। शाह ने गुरुवार को सिलिगुड़ी रैली में कहा कि बंगाल की जनता ने तीसरी बार सीएम ममता बनर्जी को जनादेश दिया, हमें लगा था कि दीदी बेहतर हो जाएंगी। लेकिन, दीदी के राज में भ्रष्टाचार, सिंडिकेट और भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्याओं पर कोई रोक नहीं लग पाई है। उन्होंने कहा कि ममता दीदी को यह नहीं समझना चाहिए कि भाजपा पलटवार नहीं करेगी।
दीदी ने बीरभूम में प्रतिनिधिमंडल क्यों नहीं भेजा?
गृहमंत्री अमित शाह ने सीएम ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि जब भी देश भर में कोई घटना होती है तो वह एक प्रतिनिधिमंडल भेजती हैं, लेकिन उन्होंने बीरभूम में एक प्रतिनिधिमंडल क्यों नहीं भेजा। उन्होंने सवाल उठाते हुए पूछा कि जहां 8 महिलाओं और एक बच्चे को जिंदा जला दिया गया था, क्या वे उनके लोग नहीं हैं?
केंद्रीय मंत्री शाह ने कहा कि टीएमसी सीएए के बारे में अफवाहें फैला रही है कि इसे लागू नहीं किया जाएगा, लेकिन मैं कहना चाहूंगा कि जैसे ही देश में कोरोना की लहर समाप्त होगी, हम सीएए को जमीनी तौर पर लागू करेंगे। उन्होंने कहा, ‘ममता दीदी घुसपैठ चाहती हैं, लेकिन सीएए एक हकीकत था, है और रहेगा।’
हमारा लक्ष्य आंतरिक और बाहरी सुरक्षा को अभेद्य बनाना
वहीं, हरिदासपुर में आयोजित एक जनसभा में अमित शाह ने देश की सुरक्षा को मोदी सरकार की प्राथमिकता बताया। गृहमंत्री शाह ने कहा कि मोदी सरकार का मूल लक्ष्य देश की आंतरिक और बाहरी सुरक्षा को अभेद्य बनाना है। हम अपने सैनिकों को सीमा सुरक्षा के लिए दुनिया की सबसे उन्नत तकनीक प्रदान करने के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज सतलुज, कावेरी और नर्मदा फ्लोटिंग बीओपी राष्ट्र को समर्पित है।
केंद्रीय गृहमंत्री शाह ने कहा, ‘मोदी सरकार ने ठान लिया है कि सीमा क्षेत्र में तैनात हमारे जवानों को कम से कम परेशानी का सामना करना पड़े। हम सैनिकों के परिवारों के जीवन को बेहतर बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।’
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