चुनाव नजदीक आने पर हर राजनीतिक संगठन वोट बैंक को अपनी तरफ करने के लिए हर पैंतरा आजमाते हैं। ठीक ऐसे ही लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी में एक बार फिर ‘टोटके’ पर जोर है। जी हां, एक बार फिर बीजेपी के लिए शुभ मानी जाने वाली और चुनावों में बाहर निकलने वाली कुर्सी चर्चा में है।
फिलहाल इस कुर्सी को पीएम नरेंद्र मोदी की 8 मार्च को होने वाली कानपुर रैली के लिए फिर तैयार किया जा रहा है। बताया जाता है कि इसी कुर्सी पर बैठने के बाद 2014 में मोदी ने लोकसभा चुनाव प्रचार की शुरूआत की थी।
मोदी और पार्टी के लिए लकी है कुर्सी
2014 में लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने यूपी की सभी लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की थी। बीजेपी कार्यकर्ताओं का मानना है कि इसी कुर्सी पर बैठकर यूपी से पीएम मोदी ने प्रचार अभियान को हरी झंडी दिखाई थी। यह कुर्सी तभी से पीएम मोदी के लकी बन गई।
वहीं यूपी विधानसभा चुनावों में एक बार फिर एक रैली में पीएम मोदी को इसी कुर्सी पर बिठाया गया और यूपी में बीजेपी सत्ता में आ गई।
कानपुर में शीशे के बॉक्स में रखी है कुर्सी
पिछली बार लोकसभा चुनावों के बाद इस कुर्सी को पार्टी नेताओं ने एक शीशे के चैम्बर में सुरक्षित रख दिया था। अब जब मोदी फिर कानपुर आ रहे हैं तो कुर्सी की पॉलिश की जा रही है। फिलहाल कार्यकर्ताओं में चुनाव से ज्यादा उत्साह पीएम मोदी को इस कुर्सी पर बिठाने का दिख रहा है, मानो मोदी कुर्सी पर ज्यों ही बैठे जनता को 5 सालों का हिसाब तुरंत मिल गया, मानो हर तरफ खुशहाली छा गई, मानो 2019 चुनावों में जीत की घोषणा हो गई।
खैर अब जमीनी कार्यकर्ताओं में जोश और उत्साह होना लाजमी भी है, लेकिन चुनाव में जनता तय करेगी किसकी सरकार बनने जा रही है ना कि कोई कुर्सी?