राजस्थान विधानसभा चुनावों में इन दिनों पार्टियों के उम्मीदवारों की लिस्ट जारी होने का दौर चल रहा है। जहां बीजेपी लगातार दूसरी बार कमल खिलाना चाहती है वहीं पूरे देश भर में सत्ता सुख को तरस रही कांग्रेस किसी भी सूरत में वापसी करना चाहती है।
बीजेपी ने अभी तक अपने 162 उम्मीदवारों को मैदान में उतार दिया है वहीं कांग्रेस की तरफ से पहली लिस्ट का हर किसी को इंतजार है। बीजेपी की तरफ से उतारे गए उम्मीदवारों को देखें तो पार्टी ने सत्ता वापसी के लिए बागियों को टिकट देने में भी कोई संकोच नहीं किया। काफी ऐसे बागी नेता है जिनकी दल-बदल राजनीति ने उन्हें टिकट दिलवाई है।
गोलमा देवी
दौसा से राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा जो दल-बदल राजनीति के महारथी माने जाते हैं। उनकी पत्नी गोलमा देवी को इस बार बीजेपी ने सपोटरा से टिकट दिया है। यहीं गोलमा देवी पिछले चुनाव में बीजेपी के खिलाफ राजगढ़ सीट से चुनाव लड़कर जीती थी।
]गुरदीप सिंह शाहपीणी
बीजेपी ने मौजूदा विधायक का टिकट काटकर गुरदीप सिंह शाहपीणी पर जो भरोसा बीजेपी ने दिखाया है उसका अंदाजा तो शायद इन्हें खुद को नहीं होगा। संगरिया सीट से गुरदीप सिंह को टिकट मिला है जो पिछले चुनावों में इसी सीट से बीजेपी के खिलाफ खड़े थे।
बिहारी लाल विश्नोई
नोखा विधानसभा सीट पर पिछले चुनाव ने जिसने बीजेपी की नाक में दम कर दिया था उसी बिहारी लाल विश्नोई को बीजेपी ने इस बार वहां से टिकट दे दिया। बीजेपी ने इस सीट पर चौथे नंबर से जीत दर्ज करने के लिए बिहारी लाल पर भरोसा दिखाया है।
कन्हैया लाल मीणा
मौजूदा विधायकों की टिकट कटने का फायदा बीजेपी में आए कन्हैया लाल मीणा मिला। मीणा को बस्सी विधानसभा सीट से टिकट मिला। यहां से मौजूदा विधायक अंजू देवी धानका का टिकट काटा गया है।
अशोक शर्मा
कांग्रेस के कब्जे वाली राजाखेड़ा सीट को जीतने के लिए बीजेपी ने अशोक शर्मा पर भरोसा दिखाया है। अशोक शर्मा पिछले चुनाव में धौलपुर सीट से बीजेपी के खिलाफ चुनाव लड़े थे।
अभिनेष महर्षि
बीजेपी की राज्य सरकार में राज्य मंत्री और वसुंधरा राजे के करीबी राजकुमार रिणवां का टिकट काटकर अभिनेष महर्षि को रतनगढ़ विधानसभा सीट से टिकट दिया गया है। अभिनेष महर्षि ने 1 दिन पहले की भाजपा जॉइन की थी।