पश्चिम बंगाल में होने जा रहे विधानसभा चुनाव में अब करीब एक सप्ताह का ही समय शेष रह गया है। राज्य में 27 मार्च से आठ चरणों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। पश्चिम बंगाल में चुनाव जीतने के लिए तृणमूल कांग्रेस (TMC) और बीजेपी अपना पूरा जोर लगाती दिख रही हैं। टीएमसी को जहां अपनी जमीन खोने का डर है, वहीं बीजेपी राज्य में अपनी सरकार बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। टक्कर में माने जा रहे दोनों ही प्रमुख दल जनता के बीच अपनी छाप छोड़ने का एक भी मौका जाने नहीं दे रहे हैं। दरअसल, बीजेपी ने राज्य के बांकुरा जिले की सल्तोरा विधानसभा सीट से एक दिहाड़ी मजदूर की पत्नी को टिकट दिया है। पार्टी इसके जरिए लोगों को यह संदेश देना चाहती है कि आम लोग भी अपनी लगन और ईमानदारी से नेता बन सकते हैं।
महज 32 हजार रुपये है बीजेपी उम्मीदवार की संपत्ति
भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल करने वाली 30 वर्षीय चंदना बौरी ने जानकारी दी है कि तीन बकरी, तीन गाय, एक झोपड़ी, बैंक में जमा नकद मिलाकर उनके पास कुल 31,985 रुपये की संपत्ति है। वहीं, चंदना के पति सरबन एक राजमिस्त्री हैं। उन्हें एक दिन के काम के 400 रुपये मिलते हैं। चंदना भी अपने पति के काम में हाथ बंटाती हैं। दोनों मनरेगा कार्ड धारक हैं और उनके तीन बच्चे भी हैं। बता दें कि चंदना के घर में शौचालय नहीं है। इसके अलावा पीने के पानी के लिए नल की व्यवस्था भी नहीं है। ऐसे में उन्हें बाहर जाकर पानी लाना पड़ता है।
चंदना बौरी ने कहा, ‘हमें शौच के लिए पास के मैदान तक जाना होता था। पिछले साल हमें 60,000 रुपये की प्रधानमंत्री आवास योजना की पहली किस्त मिली और दो पक्के कमरे बनाए।’ वहीं, उन्होंने अपनी उम्मीदवारी पर बात करते हुए उन्होंने कहा, ‘मुझे स्थानीय लोगों से आठ मार्च को अपनी उम्मीदवारी के बारे में पता चला। मैं एक गरीब परिवार से आती हूं। मुझे उम्मीदवार बनाकर बीजेपी ने दिखाया है कि एक नेता बनने के लिए किसी की आर्थिक स्थिति मजबूत हो यह जरूरी नहीं।’
टीएमसी ने कोई विकास कार्य नहीं किया है: चंदना
सल्तोरा से बीजेपी उम्मीदवार चंदना बौरी ने सत्तारूढ़ पार्टी टीएमसी के बारे में बात करते हुए कहा, ‘तृणमूल भ्रष्ट है। टीएमसी ने कोई विकास कार्य नहीं किया है, जो भी पैसा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल्याणकारी योजनाओं के लिए भेजा है, उसे जेब में रख लेते हैं। शौचालय से लेकर घर की योजनाओं तक के लिए लोगों को तृणमूल के लोगों को पैसा देना पड़ता है।’
उल्लेखनीय है कि चंदना बौरी जिले में सीनियर भारतीय जनता पार्टी सदस्य के रूप में जानी जाती हैं। वह गंगाजलघाटी ब्लॉक के केलई गांव में रोजाना सुबह आठ बजे कमल के प्रिंट वाली भगवा रंग की साड़ी पहनकर एक मेटाडोर वाहन में चुनाव प्रचार के लिए निकलती हैं। आपको जानकारी बता दें कि अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सल्तोरा सीट पर पिछले दो बार से तृणमूल कांग्रेस के स्वपन बारुई विधायक चुने गए। वहीं, इस बार पार्टी ने बारुई की जगह नए उम्मीदवार संतोष कुमार मंडल को टिकट दिया है।
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