हिंदी सिनेमा में बायोपिक फिल्मों का स्वर्णिम दौर चल रहा है। ‘नीरजा’, ‘पैडमैन’, ‘सुपर-30’, ‘दंगल’, ‘संजू’, ‘राजी’, ‘परमाणु’ जैसी फिल्मों के बाद बायोपिक की कतार में अभी ऐसी कई फिल्मों का निर्माण किया जा रहा है जो रियल लाइफ पर बेस्ड हैं। जो जल्द ही बॉक्स ऑफिस पर दस्तक देंगी। बायोपिक की रेस में हालिया एक और फिल्म से पर्दा उठा है।
बॉलीवुड अभिनेत्री विद्या बालन जल्द ही शकुंतला देवी की जिंदगी पर बनने जा रही फिल्म में नजर आएंगी। फिल्म में विद्या लीड रोल में दिखेंगी। अनु मेनन के निर्देशन में बन रही इस फिल्म का पहला पोस्टर कुछ समय पहले ही रिलीज किया गया है जिसे लोगों ने खूब पसंद किया है।
रिलीज हुए पोस्टर में विद्या के लुक ने सभी की तारीफें बटोरीं। फिल्म में विद्या ने शकुंतला देवी का हूबहू लुक अपनाया है। साड़ी और बॉब हेयर स्टाइल में विद्या काफी हद तक शकुंतला देवी की तरह नजर आ रही हैं। फिल्म को लेकर एक ओर खबर सामने आई है कि फिल्म में दंगल गर्ल सान्या मल्होत्रा शकुंतला की बेटी अनुपमा देवी का किरदार निभाएंगी। फिल्म में सान्या विद्या की बेटी बनेंगी।
ये तो हुई फिल्म के बारे में चर्चा। अब हम बात करेंगें असल जिंदगी के उस किरदार की जिसपर बॉलीवुड फिल्म बनाने का बीड़ा उठाया जा रहा है। शंकुतला देवी। शकुंतला देवी के बारे में शायद ही लोग जानते हों यही वजह है कि इसका जिम्मा बॉलीवुड ने उठाया है और बड़े पर्दे पर शकुंतला देवी की जिंदगी दिखाने जा रहा है।
कौन थी ह्यूमन कंप्यूटर शकुंतला देवी
शकुंतला देवी बचपन से ही अद्भुत प्रतिभा की धनी थी। शकुंतला का जन्म 4 नवंबर 1929 को बेंगलुरू के कन्नड़ ब्राह्मण परिवार में हुआ। बचपन से ही शकुंतला गणित के कठिन सवालों को कॉपी-पेन की सहायता लिए बगैर हल कर लेती थीं। इस प्रतिभा के चलते शकुंतला का नाम साल 1982 में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया था। गणित विषय में शकुंतला का दिमाग इस हद तक चलता था कि उन्हें ह्यूमन कंप्यूटर और कैलकुलेटर कहा जाने लगा।
शकुंतला ने अपने इस हुनर का जादू ना सिर्फ देश में बल्कि विदेशों में भी खूब चलाया। साल 1950 में न्यूयॉर्क में अपना हुनर दिखाते हुए वे कई दिग्गज लोगों के संपर्क में आई। जिसके बाद उन्हें यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया में प्रोफेसर बनने का प्रस्ताव मिला। शकुंतला का इंटरव्यू यहां के महासचिव ने लिया। इस इंटरव्यू में उन्होंने शकुंतला से गणित के बेहद कठिन सवाल पूछे जिनका जवाब जो शकुंतला ने दिए थे उन्हें महासचिव ने अपनी डायरी में लिख लिया था। इसी के साथ उन्हें मनोविज्ञान का प्रोफेसर नियुक्त कर दिया गया।