विकेट के दोनों तरफ स्विंग में माहिर भारतीय क्रिकेट टीम के मध्यम तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार 5 फ़रवरी को अपना 33वां जन्मदिन मना रहे हैं। उनका जन्म वर्ष 1990 में उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर में एक मध्यमवर्गीय गुर्जर परिवार में हुआ था। भुवनेश्वर के पिता का नाम किरण पाल सिंह और मां का नाम इंद्रेश सिंह हैं। उनके पिता उत्तर प्रदेश पुलिस में सब-इंस्पेक्टर पद से सेवानिवृत है और उनकी मां गृहणी है। भुवनेश्वर के पुश्तैनी गांव का नाम लुहारली है, जो उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में आता है। वे एकमात्र ऐसे गेंदबाज हैं, जिन्होंने दिग्गज खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर को प्रथम श्रेणी क्रिकेट मैच में शून्य पर आउट किया। इस खास अवसर पर जानिए भारतीय स्टार गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार के जीवन के बारे में कुछ रोचक बातें…
बचपन से ही खेलों में रुचि रखते थे भुवी
भुवनेश्वर कुमार का बचपन से ही खेलों के प्रति गहरा लगाव रहा। पढ़ाई के बाद वे क्रिकेट और गुल्ली डंडा खेला करते थे। भुवी ने 10 साल की उम्र में शौकिया तौर पर लीग टूर्नामेंट खेलना शुरू कर दिया था। बाद में खेल की बारीकियों को सीखने के लिए 13 वर्ष की उम्र में मेरठ स्थित भामाशाह क्रिकेट अकादमी ज्वाइन कर ली। अगले कुछ सालों में राज्य स्तरीय टूर्नामेंट्स में शानदार प्रदर्शन के दम पर उन्होंने उत्तर प्रदेश की रणजी टीम में अपनी जगह बनाई। भुवनेश्वर कुमार का 17 साल की उम्र में पश्चिम बंगाल के खिलाफ प्रथम श्रेणी क्रिकेट में पर्दापण हुआ। घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन के बाद साल 2012 में भुवी का टीम इंडिया के लिए चयन हो गया।
प्रवीण कुमार को अपना आदर्श मानते हैं भुवी
भुवनेश्वर कुमार पूर्व भारतीय क्रिकेटर एवं स्विंग कराने में महारथी प्रवीण कुमार को अपना आदर्श गेंदबाज मानते हैं। उन्होंने घरेलू क्रिकेट में यूपी का प्रतिनिधित्व करते हुए अपने सीनियर प्रवीण कुमार से काफ़ी कुछ सीखा। भुवी को मुख्य रूप से स्विंग गेंदबाजी का मास्टर माना जाता है। वे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करते हैं। उनका पूरा नाम भुवनेश्वर कुमार सिंह मावी है। उनके चार उपनाम ‘भुवी’, ‘भुवन’, ‘बिट्टू’ और ‘द स्विंग किंग’ हैं।
टीम इंडिया के ओपनर शिखर धवन की नज़र में जसप्रीत बुमराह नहीं बल्कि भुवनेश्वर कुमार दुनिया के सबसे खतरनाक डेथ गेंदबाज हैं। एक इंटरव्यू में धवन ने कहा था, ‘भुवनेश्वर कुमार दुनिया के सबसे खतरनाक डेथ गेंदबाज हैं। भुवनेश्वर का गेंद पर बहुत अच्छा नियंत्रण है।’
क्रिकेटर बनाने में बड़ी बहन ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई
भुवी को क्रिकेटर बनाने में उनकी बड़ी बहन रेखा अधाना ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने शुरुआती दिनों में न केवल भुवनेश्वर को क्रिकेट खेलने के लिए प्रोत्साहित किया, बल्कि जरूरत की चीजें भी वहीं खरीद कर देती थी। यहां तक कि एक समय ऐसा भी था जब भुवी को उनकी बहन ने क्रिकेट शूज खरीद कर दिए थे।
ऐसा रहा है अब तक का अंतर्राष्ट्रीय करियर
तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार के इंटरनेशनल करियर की बात करें तो उन्होंने वर्ष 2012 में 25 दिसंबर को पाकिस्तान के खिलाफ टी-20 मैच से डेब्यू किया। इसी साल 30 दिसंबर को उन्होंने पाकिस्तान के विरूद्ध ही अपने वनडे करियर की शुरुआत की। भुवी के टेस्ट करियर की शुरुआत 22 फ़रवरी, 2013 को ऑस्ट्रेलिया के विरूद्ध हुई। भुवनेश्वर ने अब तक भारत के लिए 21 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें 63 विकेट चटकाए हैं। टेस्ट में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 82 रन देकर छह विकेट है। वे टेस्ट क्रिकेट में अब तक तीन अर्धशतक भी जमा चुके हैं।
भुवी ने 121 वनडे में 141 विकेट झटके हैं, जिसमें 42 रन देकर 5 विकेट उनका बेस्ट बॉलिंग फीगर है। वे वनडे में एक अर्धशतक जड़कर टीम इंडिया को मुश्किल जीत दिला चुके हैं। वहीं, टी-20 इंटरनेशनल की बात करें तो भुवनेश्वर कुमार ने भारत के लिए 77 मैचों में 84 विकेट लिए हैं और 4 रन पर पांच विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन हैं। अपनी शानदार गेंदबाजी के साथ ही भुवी जरूरत के समय पर बल्ले से भी उपयोगी योगदान करते रहे हैं।
वनडे में 100 विकेट लेने वाले 12वें तेज गेंदबाज
भुवनेश्वर कुमार ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी तीन प्रारूपों में अपना पहला विकेट बोल्ड आउट के तौर पर हासिल किए हैं। उन्होंने टी-20 में नासिर जमशेद, वनडे में मोहम्मद हफीज़ और टेस्ट में डेविड वार्नर को बोल्ड आउट किया। भुवी ने अपने पहले टी-20 में 4 ओवर गेंदबाजी करते हुए 9 रन देकर पाकिस्तान के तीन अहम खिलाड़ी आउट किए। भुवनेश्वर वनडे में 100 विकेट हासिल करने वाले भारत के 19वें और 12वें तेज गेंदबाज बने।
भुवनेश्वर इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में वर्ष 2014 से सनराइजर्स हैदराबाद का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। इससे पहले वे आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और पुणे वॉरियर्स इंडिया फ्रेंचाइजी टीम का हिस्सा रहे। भुवी ने 2017 में हुए IPL-10 में 26 विकेट झटके और सीजन में सर्वाधिक विकेट लेकर ‘पर्पल कैप’ हासिल की।
बचपन की दोस्त नूपुर नागर से की शादी
भुवनेश्वर कुमार की पर्सनल लाइफ की बात करें तो उन्होंने अपनी चाइल्डहुड फ्रेंड नूपुर नागर को अपनी हमसफ़र बनाते हुए 24 नवंबर, 2017 को विवाह रचाया। भुवी की पत्नी नूपुर भी मेरठ की रहने वाली हैं। वह पेशे से इंजीनियर हैं और नोएडा में जॉब करती हैं। मेरठ के गंगानगर में भुवी के पड़ोस में ही नूपुर का घर था। इन दोनों की बचपन की दोस्ती पहले प्यार में बदली और फिर रिश्ते को आगे बढ़ाते हुए शादी करने का फैसला किया। भुवी ने एक इंटरव्यू में कहा था, ‘यदि वह आज एक क्रिकेटर नहीं होते, तो वह एक सेना अधिकारी होते।’ भुवनेश्वर कुमार को खाने में कढ़ी और मक्के की रोटी बेहद पसंद है।
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