बीसीसीआई ने आईपीएल के दौरान सट्टेबाजी रोकने के लिए ब्रिटेन कंपनी से किया करार

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भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड यानि बीसीसीआई ने 19 सितंबर से शुरू हो रहे आईपीएल के दौरान सट्टेबाजी और अन्य भ्रष्ट गतिविधियों को रोकने के लिए करार किया है। बीसीसीआई ने ब्रिटेन स्थित कंपनी स्पोर्टरडार के साथ करार किया है, जो अपनी धोखाधड़ी जांच प्रणाली (एफडीएस) के जरिए सेवाएं देगी। आपको बता दें कि आईपीएल का 13वां सीजन यूएई में खाली स्टेडियमों में खेला जाएगा। ऐसे में अजित सिंह की अगुवाई वाली बीसीसीआई भ्रष्टाचार निरोधक इकाई (एसीयू) के सामने एक अलग तरह की चुनौती होगी, क्योंकि कुछ राज्यस्तरीय लीग के दौरान सट्टेबाजी से जुड़ी धोखाधड़ी बढ़ी है और इस बड़ी प्रतियोगिता के दौरान भी इसके बढ़ने की संभावना है।

एसीयू के साथ मिलकर काम करेगी स्पोर्टरडार

इंडियन प्रीमियर लीग से जुड़े अधिकारी ने एक समाचार एजेंसी से कहा, ‘हां, बीसीसीआई ने इस साल के आईपीएल के लिए स्पोर्टरडार के साथ करार किया है। वे एसीयू के साथ मिलकर काम करेंगे और अपनी सेवाएं प्रदान करेंगे।’ उन्होंने कहा, ‘स्पोर्टरडार ने हाल में गोवा फुटबाल लीग के आधा दर्जन मैचों को संदेह के घेरे में रखा था। वे फीफा (विश्व फुटबॉल संस्था), यूएफा (यूरोपीय फुटबॉल की संस्था) और विश्व भर की विभिन्न लीग के साथ काम कर चुके हैं।’

एफडीएस प्रणाली से सट्टेबाजी का पता चलेगा

बीसीसीआई एसीयू ने हाल में तमिलनाडु प्रीमियर लीग यानि टीएनपीएल सहित राज्यस्तरीय टी-20 लीग के दौरान सट्टेबाजी के अलग तरह के नमूनों का पता लगाया था। अलग तरह के दांव लगाए जाने के कारण एक प्रमुख सट्टा कंपनी ने दांव लगवाना बंद कर दिया था। स्पोर्टरडार के अनुसार, एफडीएस (धोखाधड़ी जांच प्रणाली) एक विशिष्ट सेवा है जो खेलों में सट्टेबाजी से संबंधित हेराफेरी का पता लगाने का काम करती है। यह इसलिए संभव होता है, क्योंकि एफडीएस के पास मैच फिक्सिंग के उद्देश्य से लगाए जाने वाली बोलियों को समझने के लिए उपयुक्त प्रणाली सिस्टम है।

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