एक कलाकार को किसी देश या किसी एक उम्र के फैंस के दायरे में नहीं बांधा जा सकता है। उसकी कलाकारी पर पूरी दुनिया एक लय में फिदा होती हैं। जब दुनियाभर के कलाकारों की बात आ ही गई है तो अर्नोल्ड श्वार्ज़नेगर का नाम जरूर लिया जाएगा। वो कलाकार जो कभी किसी परिचय का मोहताज नहीं रहा। एक कलाकार होने के साथ ही वह फिल्म मेकर, बिजनेसमैन, लेखक और नेता.. ना जाने इतने सालों में दुनिया ने अर्नोल्ड के कितने रूप देखे हैं। अर्नोल्ड श्वार्ज़नेगर 30 जुलाई को अपना 76वां जन्मदिन मना रहे हैं।
अर्नोल्ड ने सात बार ‘मिस्टर ओलंपिया’ अपने नाम किया था। आज दुनिया की यूथ जमात में हम ये जो बॉडी बिल्डिंग का भूत देखते हैं, उसके पीछे अर्नोल्ड का बड़ा योगदान रहा है। दुनिया के हर कोने में बैठे युवाओं के लिए अर्नोल्ड अब तक भी मोटिवेशनल फिगर है। वह अमेरिका के एक राज्य के दो बार गवर्नर रह चुके हैं। इस ख़ास अवसर पर जानते हैं उनके जीवन के बारे में कुछ अनसुनी बातें…
जिम बंद होने के बाद भी अलग से खुलवा करते थे कसरत
अर्नोल्ड श्वार्ज़नेगर का जन्म 30 जुलाई, 1947 को ऑस्ट्रिया के स्टायरिया राज्य स्थित थाल गांव में हुआ था। बॉडी-बिल्डिंग का खुमार पहली बार 13 साल की उम्र में चढ़ गया था, जब उन्होंने एक बारबेल (डंबल्स) उठाई और महज़ 14 साल की उम्र में बॉडी-बिल्डिंग को अपने करियर ऑप्शन के तौर पर चुना। बॉडी-बिल्डिंग को लेकर अर्नोल्ड इतने जुनूनी थे कि वह जिम बंद होने के बाद भी उसे अलग से खुद के लिए खुलवाकर कसरत किया करते थे।
अर्नोल्ड ऑस्ट्रेलियाई सेना में नेशनल सर्विस देते हुए एक साल के लिए बॉडी-बिल्डिंग की ट्रेनिंग लेने बिना छुट्टी लिए सेना बेस से बाहर भी गए थे। इस दौरान उन्होंने एक हफ्ता सेना की एक जेल में भी बिताना पड़ा। वर्ष 1966 में हुई ‘मिस्टर यूनिवर्स’ प्रतियोगिता में वो चेस्टर योर्टन की तरफ से दूसरे पायदान पर रहे।
अर्नोल्ड का हॉलीवुड फिल्मों में करियर
श्वार्ज़नेगर की पहली बार फिल्मों में वर्ष 1970 में ‘हरक्यूलिस’ में नज़र आए। इसमें वो हरक्यूलिस के रूप में दिखे, जिसके बाद उन्हें “अर्नोल्ड स्ट्रॉन्ग” का तमगा दिया गया। लेकिन ‘कॉनन द बर्बरियन’ (Conan the Barbarian) और ‘द टर्मिनेटर’ (The Terminator) जैसी फ़िल्मों में अपने रोल के कारण अर्नोल्ड श्वार्ज़नेगर ने हॉलीवुड में एक एक्शन हीरो के रूप में अपनी पहचान बनाईं।
फिल्मों में एक्टिंग करते-करते अर्नोल्ड ने डायरेक्शन में भी हाथ आजमाया, लेकिन यहां उनका करियर बहुत छोटा रहा। वर्ष 1990 में टेलिविज़न एपिसोड ‘ऑफ़ द क्रिप्ट’ और फिर वर्ष 1992 की टेलीविज़न फ़िल्म ‘क्रिसमस’ उनके नाम से आईं।
श्वार्ज़नेगर ने राजनीति में भी हाथ आजमाया
एक रिपब्लिकन के तौर पर अर्नोल्ड श्वार्ज़नेगर ने 7 अक्टूबर, 2003 को अमेरिका के कैलिफोर्निया प्रांत के 38वें गवर्नर के रूप में शपथ ली। इसके बाद 7 नवम्बर, 2006 को वो फिर से चुने गए और दूसरी बार कैलिफोर्निया के गवर्नर बने थे। वह इस पद पर साल 2011 तक रहे। वह कैलिफोर्निया प्रांत में रिपब्लिकन पार्टी की ओर से मोस्ट रिसेंट गवर्नर रहे हैं। उनके बाद प्रांत में डेमोक्रेटिक पार्टी के ही गवर्नर बने हैं। मई 2004 और वर्ष 2007 में टाइम मैग्जीन ने दुनिया के 100 ताकतवर लोगों में उनका नाम शुमार किया था।
स्टेरॉयड के इस्तेमाल पर हुई थी काफी आलोचना
अर्नोल्ड श्वार्ज़नेगर ने एक बार माना कि बॉडी-बिल्डिंग के दौरान वह स्टेरॉयड लेते थे। हां, उनका यह भी कहना था कि जब तक यह वैध था तब तक ही उन्होंने इसका सेवन किया। वर्ष 1999 में श्वार्ज़नेगर को लेकर एक जर्मन डॉक्टर ने कहा था कि स्टेरॉयड की वजह से बॉडी-बिल्डर श्वार्ज़नेगर की मौत जल्दी हो जाएगी।
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