हमारे देश के युवाओं से अक्सर काफी उम्मीदें लगाई जाती है। युवाओं को ही देश का भविष्य कहा जाता है और सभी को ये आशा रहती है कि वो आगे चलकर देश का नाम रोशन करेंगें। ऐसे में सबसे जरूरी है कि युवा पूरी तरह से सशक्त हों और अपनी जिम्मेदारी को समझ सकें।
इसी उद्देश्य को आगे रखते हुए नेहरू युवा केंद्र, पाकिस्तान और चीन के साथ लगती सीमाओं पर यूथ क्लब की स्थापना करने जा रहा है। इन क्लबों में शामिल युवाओं को सेना विशेष प्रशिक्षण देगी। इन्हें युद्ध कौशल, आपदा प्रबंधन और नशा तस्करी रोकने की खास ट्रेनिंग दी जाएगी।
नेहरू युवा केंद्र संगठन के राज्य निदेशक सुखदेव सिंह ने इस पहल के बारे में कहा कि इसके पीछे मुख्य उद्देश्य यही है कि आपात परिस्थितियों में ये प्रशिक्षित युवा सेना की मदद कर सकें। साथ ही इस यूथ क्लब के सदस्य स्थानीय लोगों के साथ मिलकर भी काम करेंगे।
सुखदेव सिंह ने बताया कि पठानकोट क्षेत्र में स्थापित यूथ क्लब सेना के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। जल्द ही पाकिस्तान और तिब्बत-चीन के साथ लगते दुर्गम क्षेत्रों की सीमाओं पर भी क्लब बनाए जाएंगे। दुर्गम क्षेत्रों के अधिकारियों को भी इस संदर्भ में अवगत करा दिया गया है।
गौरतलब है कि हिमाचल के कई इलाके तिब्बत-चीन सीमा से सटे हुए हैं। यहां पर सेना के जवानों का हमेशा तैनात रहना आवश्यक हैं। ऐसे में पड़ोसी देश की ओर से हमले, बर्फबारी के दौरान बंद रास्तों को खोलने जैसे कार्य में भी यूथ क्लब के सदस्य सेना का हाथ बटा सकेंगें।