एपल के आईफोन को मैन्युफैक्चर करने वाली कंपनी फॉक्सकॉन (Foxconn) देश में बड़ा निवेश करेगी। हाल में आईफोन की मैन्युफैक्चरर कंपनी फॉक्सकॉन ने भारत में एक बिलियन डॉलर्स निवेश करने को कहा है। कंपनी पहले से ही तमिलनाडु के प्लांट में एपल के आईफोन बना रही है, लेकिन अब कंपनी इस प्लांट का और विस्तार करना चाहती है। फॉक्सकॉन के इस बड़े निवेश से भारत में करीब छह हजार नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। आपको बता दें कि ताइवान की कंपनी फॉक्सकॉन भारतीय प्लांट में पहले ही आईफोन XR का निर्माण कर रही है, लेकिन अब कंपनी जल्द ही आईफोन एसआई 2020 का भी निर्माण इसी प्लांट में करने वाली है।
पेगाट्रोन भी भारत में अपना प्लांट लगाने के लिए तैयार
जानकारी के अनुसार, फॉक्सकॉन के बाद अब पेगाट्रोन कॉर्प (Pegatron Corp) भी भारत में अपना प्लांट लगाने के लिए तैयार है। आपको बता दें कि पेगाट्रोन कॉर्प भी एपल के आईफोन का निर्माण करती है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल के अंत तक पेगाट्रोन कॉर्प अपने प्लांट के लिए भारत में निवेश की बड़ी घोषणा कर सकती है। उल्लेखनीय है कि पिछले महीने ही भारत सरकार ने दुनिया की टॉप स्मार्टफोन निर्माता कंपनियों को प्रोत्साहन देने के लिए 6.6 बिलियन डॉलर की योजना का ऐलान किया है। पेगाट्रोन कॉर्प भी फॉक्सकॉन की तरह ही ताइवान की एक आईफोन मैन्युफैक्चर कंपनी है।
भारत में तीन कंपनियां एपल के आईफोन का करेंगी निर्माण
आइफोन मैन्युफैक्चर कंपनी पेगाट्रोन कॉर्प के भारत आने के बाद देश में तीन कंपनियां एपल के लिए आईफोन का निर्माण करेंगी। इसमें तीसरा नाम विस्ट्रोन कॉर्प का है। गौरतलब है कि पेगाट्रोन कॉर्प दूसरी सबसे बड़ी एपल आईफोन असेंबलर कंपनी है। एपल को अपने कुल बिजनेस का 50 फीसदी इसी कंपनी के जरिए मिलता है।
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इन तीनों कंपनियों के मैन्युफैक्चरिंग प्लांट एक साथ शुरू हो जाने के बाद भारत में आम लोगों का बजट आईफोन का सपना भी पूरा हो सकता है। मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट्स की जानकारी के मुताबिक, पेगाट्रोन कॉर्प आईफोन SE को असेंबल करने का 50 फीसदी जिम्मा लेगी और बाकी का पचास फीसदी फॉक्सकॉन के पास रहेगा। बता दें, गूगल ने भी भारत में 75,000 करोड़ के निवेश का ऐलान किया है।