मृतक सत्यनारायण के परिजनों के पास गांव में कई बीघा जमीन है और गांव के अच्छे परिवारों में उनकी गिनती होती है वहीं मात्र 17 साल के ऋतुराज का गांव में आलीशान बंग्ला है और तीन बीघा के करीब खेत भी है।
अलवर में तीन दिन पहले ट्रेन के आगे कूदकर जान देने वाले 4 युवकों का सुसाइड केस पुलिस के लिए गुत्थी बनता जा रहा है। प्रारंभिक जानकारियों में जो बातें निकलकर सामने आ रही है वो ये है कि मरने वाले चारों दोस्त संपन्न परिवार से नाता रखते थे। उनके परिजनों के पास इतने पैसे तो थे कि वो बेरोजगार रहकर भी दो वक्त की रोटी आराम से खा सकते थे।
मीणा समुदाय से नाता रखने वाले चारों युवा अगर पढ़ाई में थोड़ी सी मेहनत भी कर लेते तो उनकी सरकारी नौकरी लगना आसान था। मृतकों में से एक युवक के भाई ने तो कुछ दिनों पहले ही उसे आईफोन दिलाया था जबकि चारों युवकों को उनके परिजन अलवर में रहने के लिए अच्छे खासे रूपए भेजा करते थे।
मृतक सत्यनारायण के परिजनों के पास गांव में कई बीघा जमीन है और गांव के अच्छे परिवारों में उनकी गिनती होती है वहीं मात्र 17 साल के ऋतुराज का गांव में आलीशान बंग्ला है और तीन बीघा के करीब खेत भी है। ऋतुराज को कुत्ते पालने का शौक था ऐसे में उसने महंगा लेब्राडोर नस्ल का कुत्ता भी पाल रखा था।
पुलिस दूसरे एंगल से कर रही मामले की जांच
अलवर पुलिस इस मामले में दूसरा एंगल खंगालने की कोशिश कर रही है। जिंदा बचे दो युवकों से लगातार पूछताछ कर रही है वहीं मृतकों के कॉल रिकॉर्ड्स एवं सोशल मीडिया अकांउट्स भी खंगाले जा रहे है।
17 साल के ऋतुराज के पिता का कहना है कि उनका बेटा गलत संगत में पड़ गया था वहीं सत्यनारायण और ऋतुराज के खिलाफ थाने में आपराधिक मामला भी दर्ज है।
पुलिस को शक है कि ये सामुहिक आत्महत्या बेरोजगारी या मानसिक अवसाद की वजह से नहीं हुई है और इसका कोई दूसरा ही कारण है जिसका खुलासा करने में कुछ वक्त लग सकता है।