भारत-पाक के बीच तनाव अपने चरम पर है और इसका असर दिखाई भी देने लगा है। भारत-पाक के बीच चलने वाली ट्रेन समझौता एक्सप्रेस को पाकिस्तान की ओर से रद्द कर दिया गया है। पाकिस्तान का यह कदम दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव को इंगित करता है। बहरहाल इससे पहले भारत की ओर से ट्रेन को रद्द ना करने का फैसला लिया गया था।
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा था कि भारत पाक के बीच चलने वाले दो ट्रेनों में से समझौता एक्सप्रेस अपने निर्धारित वक्त पर चलती रहेगी लेकिन पाकिस्तान की ओर से अब इस ट्रेन को रद्द कर दिया गया है।
आपको बता दें कि भारत की ओर से बुधवार को 27 यात्रियों को पाकिस्तान के लिए इसी ट्रेन में रवाना किया गया था।
समझौता एक्सप्रेस और थार एक्सप्रेस
ये ट्रेन भारत और पाकिस्तान के बीच हफ्ते में दो दिन चला करती थीं। थार एक्सप्रेस ही थी जो सबसे पहले दोनों देशों के बीच चलती थीं। 1965 का वक्त था भारत पाकिस्तान युद्ध हुआ था जिसके बाद थार एक्सप्रेस की पटरियों की हालत खराब हो गई जिसके बाद इस ट्रेन को रोक दिया गया। 41 साल बाद एक बार फिर 2006 में इसकी पटरियों को सुधारा गया और ट्रेन फिर से शुरू की गई। समझौता एक्सप्रेस को पहली बार 22 जुलाई 1976 को शुरू किया गया था। शुरू में ट्रेन हर दिन चला करती थीं लेकिन साल 1994 में इसको हफ्ते में दो दिन कर दिया गया।
भारत में इसका रूट है दिल्ली से पंजाब स्थित अटारी तक। ये हफ्ते में दो बार- बुधवार और रविवार को पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन से रात 11.10 बजे चलती आ रही है। लाहौर से वापसी के समय यह ट्रेन भारत में सोमवार और गुरुवार को पहुंचती है। इस ट्रेन में छह स्लीपर तथा एक एसी टायर 3 कोच हैं।
दिसंबर 2001 में हुए दिल्ली संसद के आतंकवादी हमले के बाद इस समझौता एक्सप्रेस को बंद कर दिया गया था जिसके बाद जनवरी 2014 में इसकी वापस शुरूआत की गई थी। इसके बाद 27 दिसंबर 2007 को बेनजीर भुट्टो पर हुए हमले के बाद भी इस ट्रेन को रोका गया था।
19 फ़रवरी 2007 समझौता एक्सप्रेस में विस्फोट हुआ जो अपने आप में एक बड़ी आतंकवादी घटना थी। जिसमे 19 फरवरी, 2007 को भारत और पाकिस्तान के वीच चलने वाली ट्रेन समझौता एक्सप्रेस मे विस्फोट हुए। यह ट्रेन दिल्ली से अटारी, पाकिस्तान जा रही थी विस्फोट हरियाणा के पानीपत जिले में चांदनी बाग पुलिस स्टेशन के अंतर्गत शिवा गांव के नजदीक हुए। विस्फोट से लगी आग में कम से कम 66 व्यक्तियों की मौत हो गई तथा 13 अन्य घायल हो गए।
मारे गए ज़्यादातर लोग पाकिस्तानी नागरिक थे। यह विस्फोट पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख़ुर्शीद महमूद कसूरी के भारत यात्रा के एक दिन पहले सामने आया था। जांच के दौरान ट्रेन में और विस्फोटक पदार्थ भी पाए गए। बाद मे बचे हुए आठ डब्बों के साथ ट्रेन को पाकिस्तान के लाहौर शहर की ओर रवाना कर दिया गया। इन विस्फोटों की भारत और पाकिस्तान में व्यापक निंदा हुई।