कुर्ला की मलिन बस्तियों और एक बहुत ही रूढ़िवादी मुस्लिम परिवार में पैदा हुए नवेद शेख अब भारत में सभी गली रैपर्स के लिए रोल मॉडल हैं। बचपन में बहुत परेशान रहने के बाद गैंग के झगड़े, पैसों के लिए हुड़दंग करने से लेकर इस स्टेज तक पहुंचने के लिए नेज़ी ने बहुत कुछ देखा है। नेज़ी को जेल तक भी जाना पड़ा था।
चीजें हाथ से निकल गई थीं और नावेद के माता-पिता भी उसके लिए चिंतित थे और उसे सही रास्ते पर लाने के लिए परिवार कुर्ला में ही दूसरे घर में शिफ्ट हो गया था। न सिर्फ उसके माता-पिता बल्कि खुद नेज़ी को महसूस हुआ कि उसे अपनी लाइफ ट्रेक पर लाने की जरूरत है। इस सब के दौरान नेज़ी हमेशा से रैपिंग में रुचि रखते थे और वे वेसटर्न रैपिंग को फोलो करते थे और अपना नाम रख डाला नावेद + क्रेजी = नेज़ी।
नेज़ी ने पहला गाना आफत यूट्यूब पर रिलीज़ किया था जिसे आई-पैड पर शूट किया गया था और इसी के बाद नेजी चर्चा में आया।
रणवीर सिंह गली बॉय फिल्म में नेज़ी के किरदार को ही निभा रहे हैं। 13 साल की उम्र में नावेद शेख ने टेंपरेचर गाना सुना जिसके बाद से ही रैपिंग का भूत चढ़ चुका था।
रैप की प्रेक्टिस के लिए नेज़ी लिरिक्स का प्रिंट निकालकर पहले उसे याद करते थे और फिर अपनी ही धुन में उसे गाते थे। इसके अलावा नेज़ी ने इंग्लिश में भी रैप करना शुरू कर दिया था। नेज़ी के ऊपर ‘बॉम्बे 70’ नाम की एक डॉक्युमेंट्री बनाई गई थी।
नेज़ी के साथ साथ एक और रैपर का नाम ऊपर चढ़ रहा था और वो था डिवाइन। दोनों एक साथ ही फेमस हुए। डिवाइन भी मुंबई की झोली में पले बढ़े। उनका सफर भी काफी संघर्ष वाला रहा। आज कई बड़ी फिल्मों में उनके गानें हमें देखने को भी मिलते हैं।
डिवाइन और नेज़ी का गाना “मेरी गली में” काफी फेमस हुआ था। इस गाने को फिल्म गली बॉय में रीक्रिएट भी किया गया है। फिल्म 14 फरवरी को रीलीज होने जा रही है। फिल्म में रणवीर सिंह के अलावा आलिया भट्ट, कल्की केकलां भी नजर आने वाली हैं।