आखिरकार 14 साल के लंबे इंतजार के बाद राजधानी के लोगों को कल एक नई सौगत मिली। यमुना नदी पर वजीराबाद के पास बने सिग्नेचर ब्रिज का दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने फीता काटा। दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने साल 2004 इस योजना की शुरूआत की थी।
सिग्नेचर ब्रिज के चालू होने के बाद उत्तर और उत्तर-पूर्वी दिल्ली के बीच आने-जाने वाले लोगों को काफी आराम मिलेगा। वहीं वजीराबाद पुल पर आपको अब से कम भीड़ देखने को मिलेगी।
सिग्नेचर ब्रिज के बारे में वो सब कुछ जो आप जानना चाहते हैं-
– 154 मीटर ऊंचे सिग्नेचर ब्रिज को ‘नमस्ते’ के आकार में डिजाइन किया गया है और यह देश का पहला केबल स्टाइल ब्रिज भी है।
– सिग्नेचर ब्रिज की शुरूआती लागत 1,131 करोड़ थी जो लेट-लतीफी के कारण साल 2015 में 1,594 करोड़ रुपये तक पहुंच गई।
– ब्रिज के ऊपर 154 मीटर का एक ग्लास बॉक्स है, इसके अलावा 575 मीटर की लंबाई का एक सेल्फी स्पॉट भी लोगों के लिए बनाया गया है।
– ब्रिज में चार लिफ्ट भी लगाई गई हैं जिसमें 50 लोगों को ले जाने की क्षमता होगी। यहां से लोग शहर का बर्ड-आई व्यू देखने का आनंद ले सकते हैं।
– सिग्नेचर ब्रिज में 8 लेन बनाई गई है जो वजीराबाद रोड को रिंग रोड़ से कनेक्ट करता है। गाजियाबाद से आने-जाने वालों की अब 30 मिनट समय की बचत होगी।